नई दिल्ली। देशभर में किसान आंदोलन चरम पर है। दिल्ली की सीमाओं को किसानों ने घेर रखा है। वहीं किसानों और सरकार के बीच 5 दौर की वार्ता बेनतीजा रही। वहीं सरकार के साथ बेनतीजा बातचीत के बाद किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। ऐसे में देशभर के 14 विपक्षी राजनीतिक पार्टियों ने इस किसान भारत बंद का समर्थन किया है। लेकिन अब गुजरात सरकार की तरफ से यह फैसला किया गया है कि राज्य में किसी तरह का बंद नहीं किया जाएगा।
इस किसानों के द्वारा बुलाए गए भारत बंद को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने साफ कह दिया है कि गुजरात में बंद करवाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही इस भारत बंद को लेकर विजय रुपाणी ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा किसानों के आंदोलन को जिस तरह से विपक्षी पार्टियों ने अपना मंच बना लिया है जिसके जरिए ये पार्टियां अपने खुद के अस्तित्व को बचाने की कोशिश में लगे हैं।
विजय रुपाणी ने आगे कहा कि इस अंदोलन में कई बार किसान नेता यह कह चुके हैं कि वह किसी राजनीतिक दल को इस आंदोलन के मंच पर आने नहीं देंगे। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पार्टी का अस्तित्व खत्म हो चुका है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ ना तो कोई किसान संगठन है और ना ही उनके साथ कोई जनता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2019 के अपने चुनावी घोषणा पत्र में मंडी एक्ट को हटाने की बात कही थी।
इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदेश में इस भारत बंद को लेकर अगर किसी ने जबरदस्ती करने की कोशिश की तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।