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किसान आंदोलन पर SC ने जताई चिंता, कहा- हालात में नहीं आया बदलाव

Farmers Protest: नए कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन (Kisan Andolan) का बुधवार को 42वां दिन हो गया है। तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर केंद्र सरकार के साथ किसानों का गतिरोध लगातार जारी है।

नई दिल्ली। नए कृषि सुधार कानूनों (New Agriculture Laws) के खिलाफ किसानों के आंदोलन (Kisan Andolan) का बुधवार को 42वां दिन हो गया है। तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर केंद्र सरकार के साथ किसानों का गतिरोध लगातार जारी है। ठंड और बारिश में अब भी दिल्ली से लगी सीमाओं पर हजारों किसान डटे हैं। आज सभी प्रदर्शन स्थलों से कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) के लिए ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे।

Farmer Protest

अपडेट-

केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीनों कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट ने 11 जनवरी तक सुनवाई को स्थगित कर दिया है। कोर्ट ने एक वकील की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि हम किसानों की स्थिति को समझ रहे हैं। दरअसल नए कृषि कानूनों की संवैधानिक वैधता को लेकर कुछ वकीलों ने कोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी।

टिकरी बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन आज 42वें दिन भी जारी है। प्रदर्शन स्थल पर एक कश्मीरी युवा पिछले एक महीने से लंगर दे रहे हैं। उन्होंने बताया, “यहां लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। हम हर तरह का लंगर चला रहे हैं। जो कुछ भी हमारे पास है हम दे रहे हैं।”

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं।

दिल्ली के कई जगहों में बारिश हो रही है। बारिश की वजह से कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध-प्रदर्शन कर रहें किसान प्रभावित हुए।