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कैप्टन से नहीं, BJP से गठबंधन का डर! अमरिंदर की नई पार्टी को लेकर कांग्रेस ने बदली अपनी रणनीति

Punjab: कांग्रेस ने भी खुद को इस चुनौती के लिए तैयार रखा है। पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ अपनी रणनीति सांझा करने की हिदायत दी है। पंजाब कांग्रेस के लिए फिर से चुनावी रणनीति बनाने के लिए प्रशांत तैयार होते हैं तो चुनावी रणनीतिकार के तौर पर एक बार फिर वह उभर कर सामने आएंगे

नई दिल्ली। पार्टी में आंतरिक कलह का सामना कर रही कांग्रेस आगामी चुनाव को लेकर अपनी कमर कस रही है लेकिन पार्टी से अलग हुए लोग ही उसकी मुश्किलें बढ़ाने में लगे हुए हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी अलग पार्टी का ऐलान कर चुनावी मैदान में उतरने की बात तो कर ही चुके हैं साथ ही उन्होंने कांग्रेस को निशाने पर लिया है। कैप्टन अमरिंदर पहले ही कह चुके हैं कि जिस तरह का व्यवहार पार्टी उनके साथ किया गया वह गलत था ऐसे में इस चुनाव में वह कांग्रेस को उसकी गलती का एहसास कराना चाहते हैं। दूसरी ओर कांग्रेस भी कैप्टन के मंसूबों से वाकिफ है ऐसे में पार्टी ने चुनावी रणनीति का खाका बनाना तैयार कर दिया है।

AMRINDER
हालांकि कांग्रेस (Congress) कैप्टन की नई पार्टी से चिंतित नहीं है क्योंकि चुनाव में अब कुछ ही महीनों का वक्त रह गया है ऐसे में कोई भी पार्टी मुख्य पार्टियों जैसे कांग्रेस, अकाली, आप और भाजपा के विकल्प के तौर पर टक्कर नहीं दे सकती लेकिन उसकी चिंता कैप्टन के भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर है कि अगर भाजपा और कैप्टन की नई पार्टी गठबंधन कर लेती है तो यह कांग्रेस के लिए एक बड़ी मुसीबत साबित हो सकती है।


कांग्रेस ने भी खुद को इस चुनौती के लिए तैयार रखा है। पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ अपनी रणनीति सांझा करने की हिदायत दी है। पंजाब कांग्रेस के लिए फिर से चुनावी रणनीति बनाने के लिए प्रशांत तैयार होते हैं तो चुनावी रणनीतिकार के तौर पर एक बार फिर वह उभर कर सामने आएंगे हालांकि कुछ समय पहले उन्होंने इस काम से इनकार कर दिया था। अब देखना ये होगा कि क्या कैप्टन अमरिंदर को कांग्रेस को इस चुनाव में पटखनी देने के लिए भाजपा का साथ मिलता है या नहीं।