लखनऊ। योगी आदित्यनाथ ने अभी दूसरी बार सीएम पद की शपथ नहीं ली है, लेकिन अपराध मिटाने में उनकी पुलिस पिछले पांच साल की तरह जुटी हुई है। इस साल अब तक यूपी पुलिस ने 3 अपराधियों को मार गिराया है। इनमें कल मारा गया 2 लाख का अपराधी मनीष सिंह भी है। उसे यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने वाराणसी के लोहता इलाके में मार गिराया। यूपी में बीजेपी ने 2017 में सत्ता संभालने से पहले लोगों से वादा किया था कि गुंडे-बदमाशों को उनकी असल जगह पहुंचाकर कानून और व्यवस्था की हालत ठीक की जाएगी। ये काम बीते 5 साल में बढ़िया तरीके से हुआ और अब भी जारी है।
पिछले 5 साल के योगी सरकार के बदमाश विरोधी अभियान को देखें, तो 20 मार्च 2017 से दिसंबर 2021 तक 155 अपराधियों को पुलिस की गोलियों का शिकार होकर जान गंवानी पड़ी। इनमें कुख्यात अपराधी विकास दुबे भी था। उसने 8 पुलिसवालों की हत्या की थी। इसके अलावा कई और दुर्दांत इनामी भी पुलिस से मुठभेड़ों में मारे गए। इससे अपराधियों में खौफ पैदा हुआ। बाकी रही सही कसर योगी ने अपराधियों की संपत्ति पर बुलडोजर चलाकर कर दी। नामी डॉन मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे भी योगी सरकार के आगे पानी भरने लगे। नतीजा ये है कि मुख्तार बांदा जेल में और अतीक अहमदाबाद की जेल में कैद हैं।
इस बार बीजेपी चुनाव जीती है और इसके साथ ही अपराधियों का फिर से गले में तख्ती लटकाकर थानों में सरेंडर करने का क्रम शुरू हो गया है। एक तरफ भगोड़े बदन सिंह बद्दो के घर पर बुलडोजर चला है।
वहीं, प्रतापगढ़, गोंडा, शाहजहांपुर और सहारनपुर में इनामी अपराधियों ने गले में तख्ती लटकाकर पुलिस के सामने सरेंडर किया है। हर तख्ती पर यही लिखा था कि ‘मुझे गोली न मारी जाए’। कुल मिलाकर योगी का डंडा बदमाशों के लिए खौफ बन रहा है। आने वाले दिनों में पुलिस ऐसे तत्वों पर और सख्ती करने जा रही है।