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Feud In RJD: पासवान के परिवार में टूट के बाद अब लालू यादव के लाल आमने-सामने, क्या बुझ जाएगी लालटेन ?

Feud In RJD: तेजप्रताप ने रघुवंश को एक लोटा पानी के बराबर कह दिया था। वहीं, आरजेडी के नेता भाई वीरेंद्र ने जब तेजस्वी की तारीफ कर दी थी, तो तेजप्रताप ने उनको छोटा नेता बताया था। हालांकि, हर बार तेजप्रताप कहते हैं कि उनके और तेजस्वी के बीच कोई मनमुटाव नहीं है।

नई दिल्ली। रामविलास पासवान के परिवार में टूट के बाद अब आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के दोनों बेटों में वर्चस्व की जंग तेज हो गई है। तेजस्वी यादव ने तेजप्रताप के करीबी को आरजेडी की छात्र इकाई के अध्यक्ष पद से हटवा दिया। इससे तेजप्रताप भड़के हुए हैं। आसार ऐसे दिख रहे हैं कि लालू की पार्टी के चुनाव चिन्ह लालटेन की बत्ती गुल हो सकती है। तेजप्रताप और तेजस्वी के बीच जंग की शुरुआत लालू के जेल जाने के बाद शुरू हुई थी। लालू अब जेल से लौट आए हैं, लेकिन बेटों के बीच जंग को थामने में वह नाकाम दिख रहे हैं। ताजा मामले के केंद्र में फिर आरजेडी के अध्यक्ष जगदानंद सिंह हैं। जगदानंद सिंह, तेजस्वी यादव के करीबी हैं, लेकिन तेजप्रताप को वह फूटी आंख नहीं सुहाते। बीते दिनों तेजप्रताप ने जगदानंद को हिटलर तक कह दिया था। खुद को हिटलर कहे जाने से जगदानंद इतने नाराज हुए कि पार्टी के दफ्तर आना बंद कर दिया। 10 दिन तक जगदानंद दफ्तर नहीं आए, तो बुधवार को तेजस्वी ने उन्हें अपने आवास पर मनाने के लिए बुलाया। दोनों के बीच बात क्या हुई ये तो पता नहीं, लेकिन तेजस्वी के घर से निकलकर जगदानंद सीधे पार्टी दफ्तर पहुंचे और सबसे पहले उन्होंने आरजेडी की छात्र इकाई के अध्यक्ष पद से तेजप्रताप के करीबी आकाश यादव की छुट्टी कर दी। इस पद पर उन्होंने अपने करीबी गगन कुमार को बिठा दिया।

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आकाश यादव को आरजेडी की छात्र इकाई के अध्यक्ष पद से हटाते ही तेजप्रताप का पारा भड़क गया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘प्रवासी सलाहकार से सलाह लेने में अध्यक्ष जी ये भूल गए कि पार्टी संविधान से चलती है और राजद का संविधान कहता है कि बिना नोटिस दिए आप पार्टी के किसी पदाधिकारी को पदमुक्त नहीं कर सकते। आज जो हुआ वो राजद के संविधान के खिलाफ हुआ।’ यानी साफ है कि तेजप्रताप इस अपमान का घूंट यूं ही पीकर नहीं बैठ जाएंगे। वह इस मामले को आगे ले जाने की तैयारी करते दिख रहे हैं।

बता दें कि तेजप्रताप यादव लालू के बड़े और तेजस्वी छोटे बेटे हैं। तेजप्रताप ने फेसबुक पर ‘सेकेंड लालू’ नाम से पेज भी बना रखा है। यानी वह खुद को लालू का उत्तराधिकारी मानते हैं। आरजेडी में कोई नेता कभी तेजस्वी की तारीफ करता है, तो वह तेजप्रताप का निशाना जरूर बनता है। रघुवंश प्रसाद सिंह पार्टी में लालू के बाद सबसे बड़े नेता हुआ करते थे। एक बार उन्होंने तेजस्वी को आरजेडी का भविष्य बताया था। इस पर तेजप्रताप ने रघुवंश को एक लोटा पानी के बराबर कह दिया था। वहीं, आरजेडी के नेता भाई वीरेंद्र ने जब तेजस्वी की तारीफ कर दी थी, तो तेजप्रताप ने उनको छोटा नेता बताया था। हालांकि, हर बार तेजप्रताप कहते हैं कि उनके और तेजस्वी के बीच कोई मनमुटाव नहीं है।

TejPratap Yadav

इस बीच, तेजप्रताप की नाराजगी पर तेजस्वी यादव का बयान आया है। तेजस्वी ने कहा है कि पार्टी में जब हम और राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, तो सबकुछ ठीक है। वहीं, पूरे घटनाक्रम पर जेडीयू की ओर से चुटकी ली जा रही है। पार्टी के नेता नीरज कुमार ने कहा कि हम प्रवासी कहते थे, तो मिर्ची लगती थी। पार्टी को पारिवारिक संपत्ति समझने वालों का कलह सामने आ गया।