नई दिल्ली। चंडीगढ़ में मेयर चुनाव में आप-कांग्रेस गठबंधन को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि भाजपा उम्मीदवार मनोज कुमार विजयी हुए हैं। इस नतीजे को संसदीय चुनाव से पहले इंडिया अलायंस के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है। इस चुनाव में मनोज कुमार को 16 वोट मिले, जबकि आप उम्मीदवार कुलदीप कुमार को 12 वोट मिले। विशेष रूप से, इस प्रक्रिया में 8 वोट रद्द कर दिए गए।यह परिणाम चंडीगढ़ में राजनीतिक गतिशीलता में बदलाव का संकेत देता है और आगामी आम चुनावों में गठबंधन की ताकत पर सवाल उठाता है। मनोज कुमार की जीत क्षेत्र में भाजपा के प्रभाव को उजागर करती है।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा के मेयर उम्मीदवार मनोज सोनकर ने 16 वोट हासिल कर जीत दर्ज की। कांग्रेस और AAP मेयर प्रत्याशी कुलदीप सिंह को 12 वोट मिले। 8 वोट अवैध घोषित किये गये। इस जीत के बाद उन्होंने कुछ इस तरह अपने समर्थकों के साथ जश्न मनाया।
#WATCH चंडीगढ़: चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भाजपा के मेयर उम्मीदवार मनोज सोनकर ने 16 वोट हासिल कर जीत दर्ज की। कांग्रेस और AAP मेयर प्रत्याशी कुलदीप सिंह को 12 वोट मिले। 8 वोट अवैध घोषित किये गये। pic.twitter.com/dt6T4t61z9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 30, 2024
AAP ने लगाए चुनाव में कदाचार के आरोप
नतीजों को लेकर आप ने बीजेपी पर गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। आप पार्षद कमलप्रीत ने इसको विश्वासघात बताते हुए कहा कि वोटों में हेराफेरी की गई। उन्होंने दावा किया कि 8 वोट रद्द किये गये, लेकिन इस रद्दीकरण के पीछे के कारणों का खुलासा नहीं किया गया। एक अन्य पार्षद ने कहा कि चुनाव में बड़ी धांधली हुई है, ऐसे तो हर जगह आपको भाजपा की जीत ही दिखाई देगी। इसके साथ ही उन्होंने 8 वोटों के रद्द होने को काला दिन बताया।
कांग्रेस-आप गठबंधन हो गया पूरी तरह फेल
प्रारंभ में, मेयर पद के लिए मतदान हुआ, और उसके बाद मतगणना के बाद, वरिष्ठ मेयर और डिप्टी मेयर के पदों के लिए चुनाव निर्धारित हैं। मेयर चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस ने गठबंधन किया है। समझौते के तहत, AAP ने मेयर पद के लिए एक उम्मीदवार खड़ा किया, जबकि कांग्रेस ने डिप्टी मेयर और सीनियर मेयर पदों के लिए अपने उम्मीदवार पेश किए। लेकिन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन इस चुनाव में पूरी तरह से फेल हो गया है।