newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

S. Jaishankar on Katchatheevu Island and Aksai Chin Issue : अक्साई चिन और कच्चातिवू द्वीप मामले में कांग्रेस और डीएमके पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने निकाली भड़ास, जानिए क्या कहा…

S. Jaishankar on Aksai Chin and Katchatheevu Island Issue : विदेश मंत्री जयशंकर बोले, लोगों को यह पता होना चाहिए कि ऐसी भी राजनीतिक पार्टियां हैं जो संसद में कुछ कहती हैं और बंद दरवाजे के पीछे कुछ और तय करती हैं।

नई दिल्ली। भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अक्साई चीन और कच्चातिवू द्वीप मामले को लेकर कांग्रेस और तमिलनाडु की डीएमके सरकार पर जमकर भड़ास निकाली। राजस्थान के बीकानेर में एक कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि अक्साई चिन में कोई नहीं रहता, भारत की जमीन के बारे में उनकी यह मानसिकता दर्शाती है कि कांग्रेस को अपने देश की जमीन से कोई लगाव नहीं रहा।

वहीं कच्चातिवू द्वीप को लेकर एस. जयशंकर बोले, कि हम जनता को यह समझाना चाहते हैं कि डीएमके तमिलनाडु में क्या कर रही है। हम इस तथ्य को उजागर कर रहे हैं कि डीएमके कच्चातिवू द्वीप को श्रीलंका को सौंपने में शामिल थी। बंद दरवाजों के पीछे हो रही बातचीत के बाद एक समझौता हुआ और तमिलनाडु की तत्कालीन डीएमके सरकार के मुख्यमंत्री इस पर सहमत हो गए कि कच्चातिवू द्वीप को श्रीलंका को दे दिया जाए। जयशंकर बोले, लोगों को पता होना चाहिए कि ऐसी भी राजनीतिक पार्टियां हैं जो संसद में कुछ कहती हैं और बंद दरवाजे के पीछे कुछ और तय करती हैं।

डॉ. एस. जयशंकर ने इस दौरान एनडीए सरकार की उपलब्धियों के बारे में बात करते हुए कहा, आज, हम यूपीआई के माध्यम से कैशलेस भुगतान करते हैं। हमारे यहां एक महीने में 120 करोड़ रुपये का लेनदेन होता है। जबकि अमेरिका में एक साल में 40 करोड़ रुपये का डिजिटल लेनदेन होता है। इससे पता चलता है कि नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल में हमने कई क्षेत्रों में किस तरह जबर्दस्त प्रगति की है। हमारे यहां चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न होते हैं। जिस तरह दूसरे देशों में चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए जाते हैं, वैसा हमारे देश में नहीं होता। विदेश मंत्री ने कहा कि अगर आप विभिन्न क्षेत्रों में योजनाओं और नीतियों को देखें तो पीएम मोदी की गारंटी ने पिछले 10 वर्षों में एक रिकॉर्ड बनाया है। हमें विश्वास है कि देश इन गारंटियों को आगे बढ़ाने में हमारा समर्थन करेगा।