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Video: ‘कांग्रेस से बेहतर कुंए में डुबकी’: गडकरी के इस बयान पर खूब हो रही चर्चा, सोशल मीडिया पर मीम्स भी छाए

Union Minister Nitin Gadkari: उन्होंने कहा, उस समय में मेरा एक दोस्त आईआईटी में गया था। हम लोग चुनाव हारते ही थे तो उसने मुझे एक किताब दी। वो रिचर्ड निकसन की जीवनी थी। उसमें एक बहुत सुंदर वाक्या था। जो मैंने में लाइफ में याद रखा और मेरे लिए बहुत उपयोगी था और आपके लिए भी उपयोगी होगा। आदमी एक युद्धभूमि पर हारने के बाद भी कभी समाप्त नहीं होता है। लेकिन जब युद्धभूमि छोड़कर भाग जाता है। वो समाप्त हो जाता है और लड़ने के लिए पॉजिटिविटी चाहिए।

नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सुर्खियों में बने हुए है। जबसे उन्हें भाजपा संसदीय बोर्ड से हटाए गया है, तबसे केंद्रीय मंत्री गडकरी को लेकर तरह-तरह के कसाए लगाए जाने लगे है। ऐसे में सोशल मीडिया से कई विपक्ष दलों के नेताओं ने कहा था कि वो पार्टी हाईकमान से नाखुश है। लेकिन इन खबरों को उन्होंने खुद पूर्ण विराम लगा दिया था। इसी बीच अब नितिन गडकरी का एक वीडियो सामने आया है जिसको लेकर एक बार फिर वो चर्चा में आ गए है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर लोग भी उनके इस बयान को सुनकर हक्के-बक्के रह गए है और केंद्रीय मंत्री के बयान की खूब चर्चा कर रहे है। दरअसल नागपुर में एक कॉरपोरेट प्रोग्राम में गडकरी हिस्सा लेना पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मंच से कुछ अपने पुराने किस्से भी सुनाए।

गडकरी ने कार्यक्रम में कहा कि, नागपुर में जब स्टूडेंट लीडर था मेरे दिवंगत दोस्त श्रीकांत जिचकर थे मेरे बहुत अच्छे मित्र थे तो उन्होंने मुझे एक दिन कहा आप बहुत अच्छे इंसान हो और आपका राजनीतिक कैरियर बहुत अच्छा है। लेकिन आप गलत पार्टी में हो। तुम कांग्रेस में आ जाओ। तो मैंने उनसे कहा कि मैं कुए में जान दे दूंगा, मगर कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं होऊंगा। क्योंंकि मुझे कांग्रेस पार्टी की ideology पसंद नहीं है। जिस पर श्रीकांत जिचकर ने कहा कि आपकी पार्टी का फ्य़ूचर नहीं है। मैंने कहा नहीं है तो नहीं है।

यहां देखिए वीडियो-

आगे उन्होंने कहा, उस समय में मेरा एक दोस्त आईआईटी में गया था। हम लोग चुनाव हारते ही थे तो उसने मुझे एक किताब दी। वो रिचर्ड निकसन की जीवनी थी। उसमें एक बहुत सुंदर वाक्या था। जो मैंने में लाइफ में याद रखा और मेरे लिए बहुत उपयोगी था और आपके लिए भी उपयोगी होगा। आदमी एक युद्धभूमि पर हारने के बाद भी कभी समाप्त नहीं होता है। लेकिन जब युद्धभूमि छोड़कर भाग जाता है। वो समाप्त हो जाता है और लड़ने के लिए पॉजिटिविटी चाहिए। अहंकार और सेल्फ कॉन्फिडेंस इन 2 शब्दों में अंतर है। आत्मविश्वास होना चाहिए, पॉजिटिविटी होनी चाहिए पर अहंकार और अभिनिवेश नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपने पुराने दोस्तों से बहुत कुछ बातें सीखने को मिलती है।

Nitin Gadkari

लोगों की प्रतिक्रिया-

वहीं उनके कांग्रेस में नहीं जाऊंगा और कुए में कूद जाने वाला बयान सोशल मीडिया पर छा गया है। लोग केंद्रीय मंत्री के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।