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Bihar Student Protest: रेल मंत्री का आश्वासन मिला, छात्रों को अब प्रदर्शन की जरुरत नहीं: सुशील मोदी

Khan Sir: आरआरबी द्वारा अनियमितता को लेकर पिछले कई दिनों से छात्र उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। वे रिजल्ट में पारदर्शिता और व्यवस्थित तरीके को लेकर आंदोलनरत हैं। हालांकि, रेलवे बोर्ड ने मामले में सावधानी बरतते हुए छात्रों की बातें मान ली है। कई लोग इसे आगामी चुनाव के मद्देनजर लिए गए फैसले के तौर पर भी देख रहे हैं।

नई दिल्ली। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा सांसद सुशील मोदी ने बताया है कि कल उनकी रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से छात्र आंदोलन को लेकर बात हुई थी। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि रेल मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया है कि ग्रुप डी की परीक्षा दो चरणों में आयोजित होने की बजाय एक बार में ही होगी और एनटीपीसी परीक्षा का रिजल्ट एक छात्र-एक रिजल्ट के तौर पर घोषित किया जाएगा। साथ ही साथ साढ़े तीन लाख छात्रों का अतिरिक्त रिजल्ट भी जोड़ा जायेगा, इसलिए मैं समझता हूं कि छात्रों को अब विरोध प्रदर्शन रोक देना चाहिए। इसके अलावा अगर उनकी कोई और मांग है, तो वे उन्हें रेलवे द्वारा गठित समिति के सामने रख सकते हैं। अतः छात्रों से मेरा आग्रह है कि वे किसी के बहकावे में आकर विरोध में शामिल न हों।बता दें कि आरआरबी द्वारा अनियमितता को लेकर पिछले कई दिनों से छात्र उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। वे रिजल्ट में पारदर्शिता और व्यवस्थित तरीके को लेकर आंदोलनरत हैं। हालांकि, रेलवे बोर्ड ने मामले में सावधानी बरतते हुए छात्रों की बातें मान ली है। कई लोग इसे आगामी चुनाव के मद्देनजर लिए गए फैसले के तौर पर भी देख रहे हैं।

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खान सर ने भी किया था आग्रह

बीती देर रात को वीडियो संदेश के माध्यम से खान सर ने छात्रों से अपील की थी कि उन्हें 28 जनवरी को होने वाले प्रदर्शन में शामिल नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि -“देखिए सारे स्टूडेंट्स के लिए आवश्यक सूचना है। आपकी सारी मांगों को रखा गया है। हम आपकी सारी दुविधाओं को दूर करते हैं। 28 जनवरी को किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लीजिए, ये आपके लिए गलत साबित हो जाएगा। अभी वीडियो आया है बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी का’. उन्होंने कहा, ‘मैंने रेलमंत्री से बात की, वो स्टूडेंट्स की मांग पर सहमत हैं।” इसके अलावा खान सर ने यह भी कहा कि इस मामले में पीएम मोदी का भी दखल है, तो इस वजह से यह मुद्दा जल्दी निपट गया है। इसके अलावा उन्होंने इसे चुनावी चश्मे से नहीं देखे जाने की भी अपील की है। बता दें कि खान सर पटना में एक नामी कोचिंग सेंटर के प्रमुख हैं और पिछले कई दिनों से छात्र हितों के मुद्दे पर लगातर मुखर रहे हैं।

खान सर पर लगा था छात्रों को उकसाने का आरोप

पटना के डीएम ने इशारों-इशारों में ही कहा था कि छात्रों के उग्र प्रदर्शन के पीछे कुछ कोचिंग संचालकों की भूमिका है। माना गया कि उनका इशारा खान सर की ओर था, क्योंकि खान सर ही पिछले कई दिनों से इन मुद्दों पर लगातार बात रख रहे थें। इसके जवाब में खान सर ने कहा था कि यदि ऐसा है, तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं कर लेती। उन्हें पता है कि ऐसा होने पर मुद्दा ठंडा होने के बजाय और बढ़ जाएगा।