नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) का विवाद खत्म होते नहीं दिख रहा है। एक तरफ जहां सीएम अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धधू के बीच तकरार लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने एक ऐसा बयान दे दिया है जिसके बाद वह अकाली दल के निशाने पर आ गए है। दरअसल हरीश रावत ने मंगलवार को नवजोत सिद्धू और उनके चार वर्किंग प्रेसीडेंट को ‘पंज प्यारे’ की संज्ञा से नवाजा डाला। जिसके बाद अब उनके इस बयान को लेकर सियासत तेज हो गई है।
दरसअल, मंगलवार को हरीश रावत ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और चार कार्यकारी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने मीडिया से बात करते हुए इन 5 नेताओं के लिए ‘पंज प्यारे’ शब्द का इस्तेमाल किया। वहीं शिरोमणी अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने रावत के ‘पंज प्यारे’ वाले बयान को लेकर केस दर्ज करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने माफी मांगने की भी मांग की।
I urge Punjab govt to lodge a case against Congress’ Harish Rawat for hurting Sikh sentiments by referring to PCC chief & his team as “Panj Pyare”. He should know that Panj Pyare holds significance in Sikhism, should apologize for his remarks, it’s not funny:Daljeet S Cheema, SAD https://t.co/HeWtS8osEv pic.twitter.com/StMLJKDRbY
— ANI (@ANI) August 31, 2021
हरीश रावत ने ‘पंज प्यारे’ टिप्पणी पर मांगी माफी
हालांकि विवाद को बढ़ता देख हरीश रावत ने अपने बयान पर माफी मांगते हुए कहा है कि उन्होंने गलती की है। वे अपनी गलती के लिए माफी मांगते हैं।
I used that word (Panj Pyare) as a reference for a respected person. Still, if my words hurt feelings of any person, I apologize & take my words back. For atonement, I’ll sweep the floors of a Gurudwara in my state (Uttarakhand): Punjab Congress in charge Harish Rawat
(File pic) pic.twitter.com/oxDG30F2mV
— ANI (@ANI) September 1, 2021
बता दें कि, पंज प्यारे या पांच प्यारे का सिख धर्म में विशेष महत्व होता है। यह सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह और उनके 5 अनुयायियों से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की थी।