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Afghan Minorities: सुरक्षित जगह ले जाए गए 60 हिंदू और सिख, आज देर रात काबुल से निकाले जाने की उम्मीद

Afghan Minorities: हालांकि, ये सभी लोग कनाडा या अमेरिका जाना चाहते हैं। इनका कहना है कि भारत में उनका कोई रिश्तेदार नहीं है। साथ ही पहले से ही जो अफगान शरणार्थी भारत में हैं, उनकी हालत भी ठीक नहीं है, लेकिन इन लोगों को कनाडा या अमेरिका नहीं ले जाया जाएगा। काबुल से निकालकर उन्हें वायुसेना के विमान से भारत ही लाया जाना है।

काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी के करते परवान स्थित गुरुद्वारा सिंह सभा में शरण लेने वाले 60 हिंदू और सिखों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। इन्हें आज देर रात काबुल से निकाले जाने की उम्मीद है। इस गुरुद्वारे में करीब 200 हिंदू और सिखों ने शरण ली थी। तालिबान के नेता यहां पहुंचे थे और गुरुद्वारा कमेटी से बातचीत कर भरोसा दिलाया था कि अल्पसंख्यक हिंदुओं और सिखों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। बावजूद इसके गुरुद्वारा में शरण लेने वालों ने भारत सरकार से खुद को बचाने की गुहार लगाई थी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक काबुल में भारतीय दूतावास के अफगान मूल के स्टाफ ने सभी 60 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। इन्हें काबुल से निकालने के लिए वायुसेना का सी-17 विमान काबुल भेजा गया है।

हालांकि, ये सभी लोग कनाडा या अमेरिका जाना चाहते हैं। इनका कहना है कि भारत में उनका कोई रिश्तेदार नहीं है। साथ ही पहले से ही जो अफगान शरणार्थी भारत में हैं, उनकी हालत भी ठीक नहीं है, लेकिन इन लोगों को कनाडा या अमेरिका नहीं ले जाया जाएगा। काबुल से निकालकर उन्हें वायुसेना के विमान से भारत ही लाया जाना है।

s jaishankar

दिल्ली लौट रहे जयशंकर

इस बीच, खबर है कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर अपने विदेश दौरे के बीच से ही दिल्ली लौट रहे हैं। जयशंकर को न्यूयॉर्क के बाद लैटिन अमेरिका के कुछ देशों का दौरा करना था, लेकिन वह अब इन देशों में नहीं जाएंगे। माना जा रहा है कि काबुल से भारतीयों को निकालने का बड़ा अभियान मोदी सरकार शुरू करने वाली है। जिसकी वजह से जयशंकर को दिल्ली बुला लिया गया है। काबुल में एक निजी सिक्योरिटी कंपनी में भी करीब 200 भारतीय हैं। उनको तालिबान ने धमकी देकर दफ्तर में ही कैद कर रखा है।