नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा गर्माया हुआ है। अब सभी दल अपने अपने मतदाताओं को रिझाने में लगे हुए हैं। शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर जहां एक तरफ आम आदमी पार्टी के सभी नेता चुप्पी साधे हुए थे। तो वहीं लगातार विपक्षी पार्टियों की तरफ से इस आंदोलन को प्रोत्साहित करने को लेकर आप के नेताओं के नाम ही लिए जाते रहे हैं।
हालांकि इस पूरे विरोध प्रदर्शन को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता भाजपा नित केंद्र सरकार पर निशाना तो साध रही है। लेकिन वह उस तरह से बयानों से हमलावर नहीं रही है जैसा कि आप करती रही है।
इस सब के बीच इस प्रदर्शन में कांग्रेस के नेता लगातार पहुंचकर अपना समर्थन व्यक्त कर रहे हैं। जिसके बाद से आम आदमी पार्टी को अपना जनादार खिसकता नजर आने लगा है। ऐसे में पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने भी सियासी नफा-नुकसान को भांपते हुए अब इस प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि वे जेएनयू के भी साथ खड़े हैं। आम आदमी पार्टी शाहीन बाग के सवाल पर चुप्पी साधी हुई थी। उसके नेता शाहीन बाग जाने से भी बच रहे थे।
News18 के अधिवेशन में बात करते हुए दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगर दिल्ली में फिर से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो हमारा मॉड्यूल वही पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य ही होगा। हम जनता के साथ रहते हुए काम करना चाहते हैं।
वहीं, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन पर सिसोदिया ने कहा, ‘मैं शाहीन बाग के लोगों के साथ खड़ा हूं। अपनी बात रखने का सबको अधिकार है। उन्होंने कहा, ‘भले ही मेरे पास शाहीन बाग का रास्ता निकालने का रास्ता न हो। लेकिन स्कूल का रास्ता कैसे खुलेगा इसका रास्ता मेरे पास है।’आलम यह है कि ओखला से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार और विधायक अमानतुल्लाह खान ने कहा था कि शाहीन बाग के प्रोटेस्ट को देखते हुए हमने ये फैसला किया है कि जब तक शाहीन बाग का प्रोटेस्ट चलेगा, तब तक ना कोई बाइक रैली, ना ही पदयात्रा और ना ही कोई जलसा करेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि वे अपना नॉमिनेशन भी चंद लोगो के साथ खामोशी से करेंगे।