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कोविड-19 : ICMR की सलाह, अगले 2 दिन रैपिड टेस्ट किट का इस्तेमाल ना करें राज्य

आईसीएमआर के डॉ. गंगाखेड़कर ने कहा कि ये एक नई बीमारी है, पिछले साढ़े तीन महीने में विज्ञान आगे बढ़ा है और पीसीआर टेस्ट को ईजाद किया। अभीतक इंसानों पर पांच वैक्सीन का ट्रायल किया गया है। इससे पहले इस तरह की बीमारी का कोई मामला नहीं दिखा है।

नई दिल्ली। इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने मंगलवार को कहा कि नई रैपिड टेस्ट किट का फिलहाल दो दिन तक इस्तेमाल न करें। आईसीएमआर ने आज कहा कि कोरोनावायरस के अबतक 4 लाख 49 हजार 810 टेस्ट हुए हैं। कल (सोमवार) 35 हजार से ज्यादा टेस्ट किए गए थे।

R Gangakhedkar

आईसीएमआर के डॉ. गंगाखेड़कर ने कहा कि सभी राज्यों में रैपिड टेस्ट किट बांटी गई हैं, लेकिन एक राज्य ने कहा कि वहां कुछ समस्या आई है। रैपिड और आरटी-पीसीआर टेस्ट में फर्क मिला है। हमने कहा है कि राज्य अगले दो दिन तक इस टेस्ट किट इस्तेमाल न करें, हम इसकी खामी दूर करेंगे। जांच के बाद हम रिप्लेसमेंट के लिए कंपनी को कह सकते हैं। दो दिन तक जांच करेंगे, जांच के बाद दिशा-निर्देश जारी करेंगे।

उन्होंने कहा कि ये एक नई बीमारी है, पिछले साढ़े तीन महीने में विज्ञान आगे बढ़ा है और पीसीआर टेस्ट को ईजाद किया। अभीतक इंसानों पर पांच वैक्सीन का ट्रायल किया गया है। इससे पहले इस तरह की बीमारी का कोई मामला नहीं दिखा है।

वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने बताया कि अभी तक 18601 पॉजिटिव केस आए हैं। 3252 लोग ठीक भी हुए हैं। इसके साथ ही हमारा रिकवरी रेट 17.48 प्रतिशत हो गया है। सबसे ज्यादा 705 लोग सोमवार को रिकवर हुए। कल से 1336 अतिरिक्त पॉजिटिव केस आए हैं। तीन जिले में 28 दिनों से कोई मामला नहीं आया है।

गृह मंत्रालय की ओर से बताया गया कि सरकार ने दो पोर्टल भी बनाए हैं। इसमें एक कोविड वॉरियर्स डॉट गीओवी डॉट इन है। इसमें 1 करोड़ 24 लाख वॉलंटियर जुड़ चुके हैं। राज्य और जिला स्तर के को-ऑर्डिनेटर उपलब्ध है। हमने 20 कैटेगरी और 49 सब कैटेगरी शामिल किया है। जिला स्तर का डेटा सभी लोग देख पाएंगे, लेकिन कुछ विवरण सिर्फ अधिकारी देख पाएंगे। 201 सरकारी अस्पतालों, 49 ईसीआईसी के अस्पताल, रेलवे के 50 अस्पताल और 12 पोर्ट के अस्पतालों का विवरण इस पोर्टल पर उपलब्ध कराया गया है। इसके साथ ही कोरोना वॉरियर्स की ट्रेनिंग के लिए आई जीओटी डॉट जीओवी डॉट इन पोर्टल बनाया गया है। इसे किसी भी प्रकार के उपकरण से एक्सेस किया जा सकता है।