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Ram Temple: राम मंदिर में भगवान रामलला की इस मूर्ति की होगी प्राण प्रतिष्ठा!, जानिए कैसा है रूप

Ram Temple: आज पहली जनवरी 2024 है। बस 21 दिन और बचे हैं। फिर 22 जनवरी 2024 की वो अहम तारीख आने वाली है। इस तारीख को अयोध्या यानी रामनगरी में बन रहे भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है।

अयोध्या। आज पहली जनवरी 2024 है। बस 21 दिन और बचे हैं। फिर 22 जनवरी 2024 की वो अहम तारीख आने वाली है। इस तारीख को अयोध्या यानी रामनगरी में बन रहे भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है। भगवान रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा खुद पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे। पीएम मोदी ने इससे पहले राम मंदिर की आधारशिला भी रखी थी। भगवान रामलला को मंदिर के भूतल में बने गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। तीन अलग-अलग कलाकारों ने इसके लिए रामलला की मूर्ति बनाई है। इनमें से एक मूर्ति का चयन कर उसकी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा के लिए मूर्ति के चयन की खातिर कई मानक तय किए गए हैं। इन मानकों पर रामलला की जो मूर्ति उपयुक्त होगी, उसे ही राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा।

ram temple 2

जानकारी के मुताबिक भगवान रामलला की जो तीन मूर्तियां बनाई गई हैं, उनमें से एक सफेद संगमरमर की है। वहीं, रामलला की दो अन्य मूर्तियों को कर्नाटक की श्याम शिला से तैयार किया गया है। इन मूर्तियों की ऊंचाई 51 इंच है। रामलला की तीनों मूर्तियों में उनके बाल रूप को दिखाया गया है। इन मूर्तियों में भगवान राम की नीलकमल जैसी आंखें और घुटनों तक हाथ यानी आजानुबाहु दिखाया गया है। साथ ही रामचरितमानस और वाल्मीकि रामायण में जिस तरह भगवान राम का बचपन का रूप बताया गया है, उसी के अनुरूप मूर्ति तैयार कराई गई है। अब आपको बताते हैं कि आखिर किन मानकों को पूरा करने वाली रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा राम मंदिर में की जाएगी।

ayodhya ram temple

भगवान राम का भव्य मंदिर ऐसा बनाया जा रहा है, जो 1000 साल तक बिना मरम्मत के टिका रहेगा। गर्भगृह में रामलला की जो मूर्ति स्थापित की जाएगी, उसके लिए मानक ये तय हुआ है कि इस पर चंदन, हल्दी, धूप के धुएं, दीप की गरमी वगैरा का असर न पड़े। साथ ही रामनवमी के दिन जब सूरज की किरणें दोपहर 12 बजे रामलला की मूर्ति पर पड़े, तो वो और दिव्य दिखाई दे। इन्हीं सब मानकों को पूरा करने वाली मूर्ति को राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाना है। सूत्रों के अनुसार 15 जनवरी तक मूर्ति का चयन हो जाएगा। गर्भगृह में रामलला और उनके भाइयों की उन मूर्तियों को भी रखा जाना है, जिनकी अभी अस्थायी मंदिर में पूजा की जाती है।