नई दिल्ली। देश में वैश्विक महामारी कोरोनावायरस (Coronavirus) ने हर तरफ हाहाकार मचा रखा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की बात करें तो, बीते 24 घंटे के दौरान 24 हजार से अधिक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि इस दौरान कोरोना से 348 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में अभी तक 1 दिन में कोरोना के कारण होने वाली मौतों का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। एक तरफ जहा कोरोना के केस में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। दूसरी तरफ मरीजों के लिए ऑक्सीजन का संकट जारी है। ऐसे में ऑक्सीजन जल्दी मिले इसके लिए शनिवार को महाराजा अग्रसेन अस्पताल की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) में सुनवाई हुई। दिल्ली के अस्पतालों में हो रही ऑक्सीजन की कमी पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है।
शनिवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि अगर केंद्र, राज्य या स्थानीय प्रशासन का कोई अधिकारी ऑक्सीजन (Oxygen) की आपूर्ति में अड़चन पैदा कर रहा है तो ‘हम उस व्यक्ति को लटका देंगे।’ न्यायमूर्ति विपिन सांघी और न्यायमूर्ति रेखा पल्ली की पीठ की ओर से उक्त टिप्पणी महाराजा अग्रसेन अस्पताल की एक याचिका पर सुनवाई के दौरान आई है।
Delhi High Court Division Bench of Justice Vipin Sanghi & Justice Rekha Palli begins hearing a plea by Maharaja Agarsen Hospital regarding a shortage of oxygen. pic.twitter.com/n4UObucGKt
— ANI (@ANI) April 24, 2021
हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा कि वह बताए कि कौन ऑक्सीजन की आपूर्ति को बाधित कर रहा है और कहा कि हम उस व्यक्ति को लटका देंगे। बेंच ने कहा कि हम किसी को भी नहीं बख्शेंगे। कोर्ट ने दिल्ली सरकार से कहा कि वह स्थानीय प्रशासन के ऐसे अधिकारियों के बारे में केंद्र को भी बताए ताकि वह उनके खिलाफ कार्रवाई कर सके। कोर्ट ने दिल्ली सरकार पर नाराजगी जाहिर करते हुए ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए भी कहा है।
गौरतलब है कि दिल्ली के कई अन्य बड़े अस्पतालों में अभी भी ऑक्सीजन का संकट बना हुआ है। इन सभी अस्पतालों में सैकड़ों कोरोना रोगी भर्ती हैं, जिन्हें लगातार ऑक्सीजन की आवश्यकता है। जयपुर गोल्डन, अस्पताल सर गंगा राम अस्पताल, बत्रा हॉस्पिटल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी लगातार बनी हुई है।