newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Independence Day: स्वतंत्रता दिवस से पहले भारत अंतरिक्ष में तैनात करेगा ‘निगहबान’, जानें क्या है इसकी खासियत

Independence Day: इससे पहले इसरो ने इसी साल 28 फरवरी 18 छोटे उपग्रहों को लांच किया था। इन 18 छोटे उपग्रहों में देसी और विदेशी उपग्रह शामिल थे। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इस रॉकेट में पहली बार 4 मीटर व्यास वाले ऑगिव-शेप्ड पेलोड फेयरिंग (हीट शील्ड) का प्रयोग किया गया है।

नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2021) के जश्नं की तैयारियों से पहले भारत एक बड़ी कामयाबी हासिल करने जा रहा है। दरअसल, भारत 12 अगस्तत को अपने बहुप्रतीक्षित जियो इमेजिंग उपग्रह जीसैट-1 (Gisat-1) को लॉन्च करने जा रहा है। धरती पर निगरानी रखने वाले इस उपग्रह को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से जीएसएलवी-एफ 10 के जरिए लॉन्च किया जाएगा। इस उपग्रह का कोडनेम ईओएस-03 (EOS-3) रखा गया है।

isro
ISRO ने इसे लेकर जानकारी देते हुए कहा है कि 12 अगस्त को सुबह पांच बजकर 43 मिनट पर इस उपग्रह का प्रक्षेपण किया जाएगा। हालांकि इसकी लॉन्चिंग मौसम की स्थिती को ध्यान में रखते हुए की जाएगी। ईओएस-03 अति उन्नत उपग्रह है, जिसे जीएसएलवी एफ 10 यान की सहायता , धरती की कक्षा में स्थापित किया जाएगा। कोरोना महामारी को कहर को देखते हुए अब तक इस उपग्रह का प्रक्षेपण रोका हुआ है।


इससे पहले इसरो ने इसी साल 28 फरवरी 18 छोटे उपग्रहों को लांच किया था। इन 18 छोटे उपग्रहों में देसी और विदेशी उपग्रह शामिल थे। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इस रॉकेट में पहली बार 4 मीटर व्यास वाले ऑगिव-शेप्ड पेलोड फेयरिंग (हीट शील्ड) का प्रयोग किया गया है। इसके अलावा 6-बैंड मल्टीस्पेक्ट्रल दृश्य के साथ ही नियर-इंफ्रा-रेड के 42-मीटर रिज़ॉल्यूशन के पेलोड इमेजिंग सेंसर भी उपग्रह में शामिल होंगे।