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“आज नेपाल होता भारत का राज्य लेकिन नेहरू ने यह कहकर ठुकरा दिया था प्रस्ताव”, वरिष्ठ पत्रकार का ट्वीट

Pranab Mukharjee Book: एक यूजर ने लिखा कि, “नेहरू की गलत नीतिओ की लंबी सूची है जिसके वजह से सक्षम हिंदुस्तान कमजोर होता गया। अच्छा है आज के वक्त देश की बाग डोर मोदीजी और बी.जे.पी. के हाथों में है अगर कांग्रेस होती तो केदारनाथ त्रासदी की तरह लोगो की लाशों पे अपना फायदा करनेमे लिप्त होती।”

नई दिल्ली। भारत का पड़ोसी और बेहद ही शांत रहने वाला देश नेपाल आज भारत का राज्य के तौर पर हिस्सा होता लेकिन देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने नेपाल के राजा की मांग को ठुकरा दिया था। बता दें कि यह दावा देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपनी किताब The Presidential Years में किया है। दरअसल शनिवार, 22 मई को इस किताब में किए गए दावे को ट्वीट करते हुए वरिष्ठ पत्रकार अनंत विजय ने लिखा है कि, नेपाल के राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम सिंह ने नेहरू को प्रस्ताव दिया था कि नेपाल को भारत में शामिल कर लिया जाय। हालांकि इस प्रस्ताव को नेहरू ने यह कहकर ठुकरा दिया कि, नेपाल एक राष्ट्र के रूप में ही ठीक है। अनंत विजय ने अपने ट्वीट में लिखा है कि, “नेपाल के राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम सिंह ने नेहरू को प्रस्ताव दिया था कि नेपाल को भारत में शामिल कर लिया जाय।”

Annat Vijay Nepal

उन्होंने आगे लिखा है कि, “नेहरू ने ये कहकर प्रस्ताव को ठुकरा दिया था कि नेपाल एक स्वतंत्र राष्ट्र है और उसको स्वतंत्र राष्ट्र ही बने रहना चाहिए- प्रणब मुखर्जी।” इस ट्वीट के जवाब में लोग अपनी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं।

एक यूजर ने लिखा कि, “नेहरू की गलत नीतिओ की लंबी सूची है जिसके वजह से सक्षम हिंदुस्तान कमजोर होता गया। अच्छा है आज के वक्त देश की बाग डोर मोदीजी और बी.जे.पी. के हाथों में है अगर कांग्रेस होती तो केदारनाथ त्रासदी की तरह लोगो की लाशों पे अपना फायदा करनेमे लिप्त होती।”

वहीं एक और यूजर ने लिखा कि, नेहरू ने ही तो देश को सबसे ज्यादा बर्बाद किया है असली देशद्रोही तो ये ही ओर आज भी गाँधी परिवार हैं।

देखिए किस तरह से लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी…