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पाकिस्तानी जहाज के कैप्‍टन को बीच रास्ते में पड़ा दिल का दौरा, भारतीय तटरक्षकों ने जो किया वो मिसाल है

इंसानियत को भूल चुके पाकिस्तान(Pakistan) को भारतीय तटरक्षकों(Indian Coast Guard) के इस काम से थोड़ी सीख जरूर लेनी चाहिए, जो आए दिन हमारे जवानों पर गोलियां चलाते रहते हैं।

नई दिल्ली। पाकिस्तान एलओसी पर अपनी नापाक हरकतें भले ही दिखाता हो और हमारे जवानें पर गोलियां बरसाता हो लेकिन आए दिन भारत की तरफ से इंसानियत दिखाई जाती रही है। हाल ही में एक पाकिस्तानी जहाज के कैप्टन को बीच रास्ते में दिल का दौरा पड़ने से भारतीय तटरक्षकों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया और इंसानियत की मिसाल पेश की।

India Pakistan

बता दें कि भारतीय तटरक्षकों ने अपनी तरफ से दरियादिली दिखाते हुए पिछले महीने एक पाकिस्तानी कारोबारी जहाज के कप्तान की जान बचाई और उसे ओडिशा में गोपालपुर के रास्ते अपने देश लौटने में मदद की। दरअसल, साठ वर्षीय पाकिस्तानी कप्तान को दिल का दौरा पड़ा था और उसने आपात संदेश देकर मदद मांगी थी।

indian coast guard 1

सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान के वृद्ध कप्तान बदर हस्नैन की विगत 13 जुलाई को दिल का दौरा पड़ा था, लेकिन अब उनकी हालत स्थिर है और सोमवार को ही उन्हें अटारी-वाघा सीमा के जरिये पाकिस्तान वापस भेज दिया गया है। कप्तान हस्नैन को आपात स्थिति में मानवीय आधार पर मदद दिए जाने पर उनकी बेटी ने भारत सरकार को मानवीय संवेदनाओं और भारतीय डॉक्टरों को चिकित्सकीय सहायता के लिए धन्यवाद कहा है।

सूचना के मुताबिक भारतीय तटरक्षकों ने हस्नैन की तबियत खराब होने पर चेन्नई स्थित मेरीटाइम रेस्क्यू कोआर्डिनेशन सेंटर पहुंचाया था। पाकिस्तानी जहाज के कप्तान की तबियत बिगड़ने पर उनके जहाज को विशाखापत्तनम की ओर मोड़ दिया गया था। जबकि हस्नैन को अस्पताल में भर्ती कराके तत्काल उनका इलाज तत्काल शुरू कराया गया था।

Coast Guard

इंसानियत को भूल चुके पाकिस्तान को भारतीय तटरक्षकों के इस काम से थोड़ी सीख जरूर लेनी चाहिए, जो आए दिन हमारे जवानों पर गोलियां चलाते रहते हैं। सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन करते रहते हैं। पाकिस्‍तान दुनिया के सामने मानवीय आधार पर भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को काउंसलर एक्‍सेस देने की बात तो करता है लेकिन किसी न किसी बहाने से कदम पीछे खींच लेता है।

भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को प्रताड़‍ित करने वाले पाकिस्‍तान को भारतीय तटरक्षक बल के जवानों से सीखने की जरूरत है कि असल में दयालुता क्‍या होती है। पाकिस्‍तान दुनिया के सामने मानवीय आधार पर जाधव को काउंसलर एक्‍सेस देने की बात तो करता है लेकिन किसी न किसी बहाने से कदम पीछे खींच लेता है। जुलाई 2019 में अपने फैसले में आइसीजे कह चुका है कि पाकिस्तान को जाधव को दोषी ठहराए जाने और सुनाई गई सजा की प्रभावी समीक्षा और पुनर्विचार करना चाहिए। इसके अलावा बिना देरी किए भारत को राजनयिक पहुंच की सुविधा देनी चाहिए लेकिन पाकिस्‍तान ऐसा कर नहीं रहा है।