newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

लॉकडाउन के बीच देवदूत बना भारतीय रेलवे, साढ़े तीन साल के बच्चे को पहुंचाया ऊंटनी का दूध

लॉकडाउन के बीच भारतीय रेलवे ने ऑटिज्म (एक प्रकार की मानसिक बीमारी) पीड़ित बच्चे को ऊंटनी दूध मुहैया कराकर सबका दिल जीत लिया।

नई दिल्ली। पूरे देश में चल रहे 21 दिन के देशव्यापी लॉक डाउन के दौरान भारतीय रेलवे लोगों की मदद के लिए आगे आई है। देश के एक अहम अंग की तरह उसने अपना फर्ज निभाया है। हालांकि रेलवे हमेशा देश के नागरिकों के हित में कार्य करती है, मगर लॉक डाउन के दौरान बंद होने के बावजूद भी रेलवे ने एक ऐसा काम किया है जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है।

indian-railway

दरअसल हाल ही में भारतीय रेलवे ने बकरी,गाय और भैंस के दूध के प्रति एलर्जी रखने वाले साढ़े तीन साल के ऑटिज्म (एक प्रकार की मानसिक बीमारी) पीड़ित बच्चे को ऊंटनी दूध मुहैया कराकर सबका दिल जीत लिया। बच्चे को दूध नहीं मिल पाने को लेकर उसकी मां के ट्वीट के बाद रेलवे ने बच्चे के मुंबई स्थित घर पर 20 लीटर ऊंटनी का दूध पहुंचाया। रेलवे के इस काम के बाद चारों ओर इसकी चर्चा है। भारतीय रेलवे का यह काम दिखाता है कि कितनी खूबसूरती से वो देश के नागरिकों से जुड़ी हुई है।

Lockdown in India

रेलवे द्वारा किया गया यह नेक कार्य शनिवार को तब सामने आय जब आईपीएस अरुण बोथरा ने इसके बारे में ट्वीट किया। बोथरा ने ट्वीट किया-

पिछली रात ट्रेन से ऊंटनी का 20 लीटर दूध मुंबई पहुंचा, इस परिवार ने यह दूध शहर में अन्य जरूरतमंदों के साथ साझा किया, उत्तर-पश्चिम रेलवे के सीपीटीएम तरुण जैन को धन्यवाद जिन्होंने कंटेनर को उठाने के लिए अनिर्धारित रूप से ठहराव सुनिश्चित किया।

गौरतलब है कि इससे पहले मुंबई में रहने वाली बच्चे की मां रेणु कुमारी ने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग किया था और अपने बेटे की परेशानियां बताईं। इसके बाद बोथरा समेत कई लोगों ने ट्विटर पर सुझाव दिया। बोथरा ने ऊंटनी के दूध के ब्रांड एद्विक फूड्स से संपर्क किया।

इसके बाद रेलवे द्वारा यह दूध महिला के मुंबई स्थित घर पहुंचाया गया।