newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 की लैंडिंग से पहले इसरो ने किया ट्वीट, जानें क्या कहा?

Chandrayaan-3: चंद्रयान -3 की भारतीय समयनुसार 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग होगी। ध्यान दें, चंद्रमा के दक्षिणी धुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश होगा। ऐसा कारनामा अब तक किसी ने भी नहीं किया है, जिसे लेकर पूरे देश मे उत्साह माहौल है।

नई दिल्ली। 23 अगस्त….यह कोई सामान्य तारीख नहीं है…बल्कि यह तारीख अब इतिहास बनने जा रहा है….बस…चंद घंटों का इंतजार है…इसके हम चांद पर भी तिरंगा लहरा चुके होंगे….14 जुलाई, जब से इसरो ने चंद्रयान -3 की सफल लॉन्चिंग की है , तभी से देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की निगाहें भारत पर टिकी हुई है। इस मून मिशन को लेकर देशभर में उमंग और उत्साह का माहौल है। सबको विश्वास है कि आज हमारे वैज्ञानिक इतिहास रचेंगे। हालांकि, बीते मंगलवार को इसरो प्रमुख एस सोमनाथ पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि सबकुछ ठीक है। हम जल्द ही इतिहास रचेंगे। बता दें कि उनके इस बयान के बाद देशभर में उत्साह और खुशी का माहौल है। उधर, चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग को लेकर कहीं मंदिरों में पूजा हो रही है, तो कहीं मस्जिदों में नमाज पढ़ी जा रही है। वहीं, आम लोगों को भी विश्वास है कि आज हमारे वैज्ञानिक कमाल करेंगे।

चंद्रयान -3 की भारतीय समयनुसार 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग होगी। ध्यान दें, चंद्रमा के दक्षिणी धुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश होगा। ऐसा कारनामा अब तक किसी ने भी नहीं किया है, जिसे लेकर पूरे देश मे उत्साहित माहौल है। बीते दिनों रूस का लूना मिशन विफल हो गया था, जिसके बाद पूरी दुनिया की निगाहें चंद्रयान -3 पर टिकी हुई है। बता दें कि भारतीय वैज्ञानिक अब चांद पर जीवन की संभावनाएं तलाशने में जुटा हुआ है। जीवन के लिए सबसे अहम जल और आक्सीजन है। चंद्रयान -3 अपने मिशन के तहत इन दो चीजों की तलाश करेगी। वहीं, चंद्रयान-3 को लेकर इसरो का बयान सामने आया है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है ?

इसरो का बयान ?

वहीं, इसरो ने बयान जारी कर कहा कि, ‘स्वचालित लैंडिंग अनुक्रम (एएलएस) शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार। लगभग 17:44 बजे निर्धारित बिंदु पर लैंडर मॉड्यूल (एलएम) के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है। आईएसटी. एएलएस कमांड प्राप्त होने पर, एलएम संचालित वंश के लिए थ्रॉटलेबल इंजन को सक्रिय करता है। मिशन संचालन टीम आदेशों के क्रमिक निष्पादन की पुष्टि करती रहेगी। एमओएक्स में संचालन का सीधा प्रसारण 17:20 बजे शुरू होगा।

बता दें कि चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग सफल लॉन्चिंग 12 जुलाई को हुई थी। इसके बाद सबकुछ ठीक चल रहा है। अब वो दिन दूर नहीं है, जब चांद पर भी तिरंगा लहरा रहा होगा।