चंडीगढ़। पंजाब में चुनाव अगले महीने की 20 तारीख को है और कांग्रेस एकजुट होने की जगह आपस में सिर फुटौव्वल का नजारा देख रही है। एक तरफ सीएम पद के लिए व्याकुल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मौजूदा सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बीच शीतयुद्ध चल रहा है। वहीं, कई नेता टिकट न मिलने से नाराज होकर कांग्रेस से धड़ाधड़ इस्तीफे दे रहे हैं। अब इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के नेता हैं जसबीर सिंह यानी जस्सी खांगूरा। जस्सी विदेश से पढ़े हैं। पहले ब्रिटिश नागरिक थे। फिर भारत में समाज में बदलाव लाने की चाहत उन्हें अपने वतन ले आई। जस्सी ने कांग्रेस की मेंबरशिप ली। विधायक भी बने, लेकिन इस बार उन्हें किला रायपुर सीट से टिकट नहीं मिला। नतीजे में जस्सी खांगूरा ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया है।
The decisions we take determine our fate. My resignation from INC, the only Indian political party I have ever been a member of. pic.twitter.com/d8Amizfebg
— Jassi Khangura (@JassiKhangura) January 30, 2022
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजी इस्तीफे की चिट्ठी में जस्सी ने लिखा है कि भारी मन से मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं 20 साल कांग्रेस में रहा और मेरे पिता 60 साल तक पार्टी की सेवा करते रहे। मेरे साथ अब मेरे पिता भी इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को धन्यवाद दिया है कि पार्टी ने उनकी मां को कई बार चुनाव लड़ने का मौका दिया।
बता दें कि तलवंडी साबो से 2 बार और बठिंडा से 1 बार विधायक रहने के बाद पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री हरमिंदर सिंह जस्सी ने भी कल कांग्रेस छोड़ने का एलान किया था। हरमिंदर को भी कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया और इस वजह से वो बागी हो गए थे। हरमिंदर ने निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। वो मालवा क्षेत्र के बड़े नेता माने जाते हैं। हरमिंदर सिंह जस्सी, डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के समधी हैं। उनके पक्ष में अब डेरा को मानने वाले लोग प्रचार करने उतरने जा रहे हैं।