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इस नियम के साथ आज से केदारनाथ की यात्रा शुरु, 30 जून तक सिर्फ़ रुद्रप्रयागवासियों को दर्शन की अनुमति

भारत में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के खतरे के बीच मंगलवार को देवस्थानम बोर्ड के फ़ैसले के बाद केदारनाथ धाम की यात्रा खोल दी गई है।

नई दिल्ली। भारत में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के खतरे के बीच मंगलवार को देवस्थानम बोर्ड के फ़ैसले के बाद केदारनाथ धाम की यात्रा खोल दी गई है। पहले चरण में 30 जून तक सिर्फ़ स्थानीय निवासियों यानी रुद्रप्रयाग ज़िले के लोगों के लिए ही यह यात्रा खोली गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बताया था कि शुरुआत में एक दिन में 800 लोगों को ही दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी।

Kedarnath Temple

आज से सोनप्रयाग में प्रशासन के पास जारी करने के बाद रुद्रप्रयाग के निवासी बाबा केदार के दर्शन को जा सकेंगे। ऊखीमठ के एसडीएम केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालु को पास जारी करेंगे। इसके लिए सोनप्रयाग में तहसीलदार को तैनात किया गया है जहां पास के लिए आवेदन किया जा सकेगा।

Kedarnath TemplE

सिर्फ़ इन्हें मिलेंगे पास 

रुद्रप्रयाग की ज़िलाधिकारी वंदना सिंह का कहना है कि पहले चरण में दर्शन करने के लिए सीमित संख्या में ही पास जारी किए जाएंगे। केवल उन्हीं लोगों को पास जारी किए जाएंगे, जिनके केदारनाथ धाम में होटल, रेस्टोरेंट, दुकानें या अन्य परिसम्पत्तियां हैं। इनके अलावा केदारनाथ के हक-हकूक धारी, तीर्थ-पुरोहित समाज, केदारनाथ पुनर्निर्माण में लगे कर्मचारियों के लिए को पहले चरण में पास जारी होंगे।

kedarnath

गर्भ गृह में प्रवेश नहीं

रुद्रप्रयाग की डीएम वंदना सिंह ने बताया कि केदारनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालु अगले आदेश तक मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। मंदिर समिति द्वारा गर्भ गृह के बाहर निर्धारित स्थान से ही अंदर झांककर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर पाएंगे. डीएम के अनुसार केदारनाथ जाने वाले लोगों को अपना आधार और यात्रा का प्रयोजन बताया होगा। कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए 60 साल से अधिक और 10 वर्ष के कम आयु वाले, गर्भवती महिलाएं, गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों और बाहरी प्रदेश से आकर क्वारंटाइन की अवधि पूरी न करने वाले लोगों को केदारनाथ जाने की अनुमति नहीं होगी।