नई दिल्ली। केरल सरकार में एक कंपनी केरल स्टेट क्वॉयर कॉर्पोरेशन(KSCC) ने नारियल के जट्टे की चटाइयां (क्वॉयर मैट्स) बनाई हैं, जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि इस चटाई में सैनेटाइजेशन की सुविधा है। कंपनी का कहना है कि इस चटाई के इस्तेमाल से जूते-चप्पलों के जरिए घरों में आने वाले कोरोनावायरस को रोका जा सकता है।
आपको बता दें कि, इससे लोगों को कोविड-19 से सुरक्षा मिलेगी तो दूसरी तरफ मंद पड़ी अर्थव्यवस्था में कारोबारी संकट से भी राहत मिलेगी। इन्हें ऐंटी कोविड हेल्थ प्लस मैट्स नाम दिया गया है। केरल के वित्त मंत्री थॉमस आइजैक (Finance Minister of Kerala, TM Thomas Issac) के मुताबिक, कोविड-19 के कारण नारियल के जट्टे से बने उत्पादों की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मांग बिल्कुल कम हो गई तो नए आइडिया पर काम शुरू किया गया। इसकी कीमत 200 रुपये है।
कोरोना काल में देखें तो इसके इलाज व बचाव को लेकर कई तरह-तरह के प्रयोग हुए हैं, ऐसे इस चटाई का निर्माण अपने आप में अनोखा है। राज्य में प्रोडक्शन को लेकर केरल के वित्त मंत्री आइजैक ने कहा कि वित्त वर्ष 2020 में राज्य में क्वॉयर प्रॉडक्शन करीब तीन गुना बढ़कर 20 हजार टन हो गया, जबकि पड़ोसी राज्य तमिलनाडु में लॉकडाउन लगा रहा. केरल फाइबर की जरूरतों के लिए तमिलनाडु पर ही निर्भर है।
गौरतलब है कि नारियल की इस नई चटाई का निर्माण नेशनल क्वॉयर रिसर्च ऐंड मैनेजमेंट और श्रीचित्रा तिरुनल इंस्टिट्यूट फॉर मेडिकल साइंस ऐंड टेक्नॉलजी ने मिलकर पिछले डेढ़ महीने में किया है। बता दें कि इन चटाइयों में सैनिटाइजिंग सॉल्युशंस हैं, इसलिए इनपर जूते-चप्पल रगड़कर घर में प्रवेश करें तो कोरोना अंदर नहीं जा पाता है। इन चटाइयों की बिक्री एक किट के साथ होगी, जिसमें ट्रे और सैनिटाइजर होंगे।
आइजैक ने बताया कि इस चटाई का फील्ड ट्रायल कंपनी अलापूझा में करेगी जुलाई से इसकी बिक्री शुरू कर दी जाएगी। पहले चरण में ऐंटी कोविड हेल्थ प्लस चटाइयों को हरेक पंचायत, नगर निकाय और संबंधित संस्थानों में पहुंचाया जाएगा। दूसरे चरण में आम लोगों के लिए ये उपलब्ध होंगी। कंपनी क्वॉयर बोर्ड के साथ मिलकर कोविड-19 मरीजों के लिए क्वॉयर कॉट और यूज ऐंड थ्रो मैट्रेस भी बनाने का विचार भी कर रही है। ये प्रॉडक्ट्स किफायती दामों में उपलब्ध किए जाएंगे।