नई दिल्ली। यह माजरा बीते शनिवार का है। हुआ यूं था कि एलपी मोयन स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें कई गणमान्य लोग शामिल हुए थे। इसी बीच हमेशा से अपनी अद्भुद नृत्यों से सभी का दिल जीतने वालीं नृत्यांगना डॉ नीना प्रसाद अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए मंच पर पहुंचीं ही थीं। वे अपने नृत्य का प्रदर्शन करने जा ही रहीं थीं कि अपने आपको सभी की कला का मूल्यांकर्ता समझने वाले केरल के पलक्कड़ (Palakkad) जिला जज कलाम पाशा ने उन्हें बीच में ही रोक दिया है। कलाम पाशा के उक्त कृत्य ने सभी को एक पल के लिए हतप्रभ करके रख दिया है। किसी के लिए भी यह विश्वास करना मुश्किल हो रहा था कि आखिर कमाल पाशा ऐसा कैसे कर सकते हैं। आखिर वो ऐसे कैसे किसी के भी मनोबल पर कुठाराघात कर सकते हैं। आकिरखार वो कैसे किसी के कला की तौहीन कर सकते हैं। बहरहाल, नृत्यंगाना नीना प्रसाद मंच से रूखसत हो गईं। जिस तरह से जज ने उन्हें भरी सभा में अपमानित किया है, उससे उनकी आंखें डबडबा गईं। यही नहीं, नृत्यांगना के साथ आए उनके सहयोगियों के साथ को भी अपमानित किया गया है। उधर, नीना इसे अपने जीवन का सर्वाधिक कड़वा अनुभव करार दिया है।
वहीं, जज कमाल पाशा का कहना है कि यह शो उनके लिए परेशानी भरा था, इसलिए उन्होंने इसे रूकवाने का आदेश दे दिया था। लेकिन उनके इस कृत्य के बाद से पूरे नृत्यांगना की पूरी टीम की मानसिक स्थिति पर गहरा अघात पहुंचा है। वहीं, नृत्यांगना का कहना है कि यह उनका पहला सोलो कार्यक्रम था, जिसके लिए उन्होंने काफी परिश्रम किया था, लेकिन अफसोस उनके श्रम को तरजीह नहीं दी गई। उन्होंने यह भी कहा कि वे शायद ही कभी अपने साथ हुए इस हादसे को कभी नहीं भूल पाएंगी। विदित है कि इस कार्यक्रम का आयोजन शेखरीपुरम ग्रैंडशाला ने किया था।
जहां श्रीचित्रिन के नवलिखित पुस्तक का विमोचन किया गया था। बता दें कि जज कमाल पाशा के उक्त कृत्य को लेकर अब आलोचना का सिलसिला शुरू हो चुका है। साहित्य एवं कला से जगत से जुड़े कई लोग सार्वजनिक तौर पर उनकी भत्सर्ना करते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि, यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब वे किसी मसले को लेकर विवादों की गलियों में विचरण करते हुए नजर आ रहे हैं, बल्कि इससे पहले भी कई मौकों पर विवादों की दुनिया में तहलका मचा चुके हैं। इससे पहले वे अपने पत्नी को तलाक देने को लेकर विवादों में आए थे। उन पर आरोप लगा था कि उन्होंने 2018 में पत्र के मार्फत अपनी पत्नी को तलाक दिया है।
भड़के लोगों ने लगाई क्लास
वहीं, जज कमाल पाशा के उक्त कृत्य पर लोगों ने रोषपूर्ण प्रतिक्रिया जाहिर की है। किसी ने कहा कि कहा उनके द्वारा इस तरह वरिष्ठ नृत्यांगना को अपमानित करना शर्मनाक है, तो किसी ने उनके जेहन में पल्लवित हो चुके दुर्भावना को चिन्हित किया है। तो आइए हम आपको कुछ लोगों की प्रतिक्रियाओं से रूबरू कराए चलते हैं, जिसमें आपको जज कमाल पाशा के कृत्य को लेकर लोगों की नाराजगी देखने को मिलेगी।
Shocking news from Kerala. Eminent Mohiniyattam dancer Dr Neena Prasad was literally driven off the stage in the middle of her performance because a local district judge Kalam Pasha was irritated by the show!
Absolutely humiliating!
Wth is happening in Kerala?! ? pic.twitter.com/M7OcoPrjMx
— मङ्गलम् (@veejaysai) March 23, 2022
In Kerala, a school compound was having Mohiniyattam performance by a famous dancer
It would show the relationship between Krishna & Arjuna
District Judge Kalam Pasha ordered police to cancel the show because he felt it was a nuisance
New idea of India according to liberals.
— Abhishek (@AbhishBanerj) March 23, 2022
Shocking.
District Judge of Palakkad, Kalam Pasha, ordered around 8.30 p.m. on Saturday that Neena Prasad’s Mohiniyattam show held on the school compound be stopped as it became a nuisance for him.
The hour-long performance titled ‘Sakhyam’ that portrayed the strains pic.twitter.com/DNKVHUkEFm
— Sheshapatangi1 ಪ್ರಭಾ ಮಗ ಈ ಅಲೆಮಾರಿ ಅಯ್ಯಂಗಾರಿ?? (@sheshapatangi1) March 23, 2022
Renowned danseuse Neena Prasad was performing Mohiniyattam in Kerala
But, the show was stopped midway because the Palakkad District Judge did not like it
So the artists left the stage in tears
The district judge’s name is KALAM PASHA pic.twitter.com/RM1f1jiCGO
— Mahesh Vikram Hegde ?? (@mvmeet) March 23, 2022