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Chandrayaan 3: चंद्रयान-3 को चांद की कक्षा में पहुंचाकर इसरो ने हासिल की बड़ी सफलता, जानिए अब आगे क्या होगा

चांद पर अब तक सिर्फ अमेरिका, रूस और चीन ने अपने यान उतारे हैं। अमेरिका अकेला देश है, जिसने चांद पर इंसान भी भेजे थे। ऐसे में चांद पर इसरो का चंद्रयान-3 अगर सफलता से उतरता है, तो ये देश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। अब सबको 23 अगस्त की शाम का इंतजार है। उस तारीख को चंद्रयान चांद पर उतरेगा।

बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने बीते दिनों चांद के लिए चंद्रयान-3 को रवाना किया था। अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद चंद्रयान-3 धरती के चारों तरफ चक्कर लगा रहा था। इसरो के वैज्ञानिक इसकी कक्षा लगातार बढ़ा रहे थे। चंद्रयान-3 को 23 अगस्त की शाम 5.47 बजे चांद की सतह पर उतारने का इसरो ने फैसला किया है। इस दिशा में अहम कदम शनिवार शाम 7 बजे इसरो ने उठाया। इसरो के बेंगलुरु स्थित कमांड और कंट्रोल सेंटर से चंद्रयान-3 के थ्रस्टर रॉकेट चालू किए गए। इससे चंद्रयान-3 धरती के गुरुत्वाकर्षण से निकलकर चांद की कक्षा में सफलता से पहुंच गया। इसरो के वैज्ञानिक अब कुछ और दिन चांद का चक्कर काट रहे चंद्रयान-3 की कक्षा में लगातार कमी करने वाले हैं। ये काम आज रात 11 बजे से शुरू होने जा रहा है।

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चंद्रयान-3 को चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास उतारने का प्रोग्राम है। इसरो ने इसके लिए बड़ी जगह चुन रखी है। चंद्रयान-2 के उतरने के दौरान हुए हादसे से सबक लेते हुए इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 के स्टैंड को मजबूत बनाया है। इसके अलावा बीच का इंजन हटाकर सिर्फ 4 ही इंजन रखे हैं। चंद्रयान-3 के इन 4 इंजन में से अलग-अलग वक्त 2 इंजन चलाकर उसे चांद की सतह पर उतारने की तैयारी है। चांद का गुरुत्वाकर्षण धरती के मुकाबले 1/6 है। यानी धरती पर जितना गुरुत्वाकर्षण बल लगता है, चांद पर उसका सिर्फ छठा हिस्सा ही होता है।

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चंद्रयान को धरती की कक्षा से चांद की कक्षा में पहुंचाने का काम काफी खतरे से भरा था। इसरो की तरफ से इसे सफलता से पूरा किया जाना उम्मीद बढ़ाता है कि इस बार हमारा चंद्रयान-3 चांद की सतह पर उतर सकेगा। चांद पर अब तक सिर्फ अमेरिका, रूस और चीन ने अपने यान उतारे हैं। अमेरिका अकेला देश है, जिसने चांद पर इंसान भी भेजे थे। ऐसे में चांद पर इसरो का चंद्रयान-3 अगर सफलता से उतरता है, तो ये देश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। अब सबको 23 अगस्त की शाम का इंतजार है। जब इसरो अपने चंद्रयान-3 को चांद पर उतारेगा।