नई दिल्ली। लॉकडाउन 3.0 के आगाज के साथ केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से कुछ चीजों पर और सेवाओं पर छूट दिया गया था। लेकिन अभी भी हालत पूरी तरह से सामान्य होने में काफी वक्त लगने वाला है ऐसा नजर आ रहा है। इस सब के बीच एक अच्छी खबर आ रही है जो लॉकडाउन के बढ़ने की स्थिति को लेकर है।
कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए इन दिनों देश भर में लॉकडाउन लागू है लॉकडाउनका तीसरा फेज 17 मई को खत्म हो रहा है। लॉकडाउन को बढ़ाने को लेकर सरकार ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। लेकिन इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि अगर इसे बढ़ाया जाता है तो फिर क्या पहले के मुकाबले ज्यादा छूट मिलेगी। ऐसे संकेत मिल रहे हैं देश में आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए सरकार नए- नए कदम उठा सकती है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक अगर लॉकडाउन को बढ़ाया जाता है तो फिर इस बार कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। लॉकडाउन के मौजूदा फेज में किसी भी इलाके में कोरोना के ज्यादा केस आने के चलते पूरे जिले को रेड जोन में डाल दिया जाता है। लेकिन इस बार एसी योजना बनाई जा रही है कि पूरे जिले को रेड जोन घोषित न कर सिर्फ उन इलाकों को इस दायरे में रखा जाएगा जहां कोरोना के मरीज हैं। कहा जा रहा है कि कोरोना के चलते पैदा हुए आर्थिक संकट को कम करने के लिए कंटेनमेंट जोन्स के बाहर आर्थिक गतिविधियों को मंजूरी दी जा सकती है।
सरकार ने लॉकडाउन के तीसरे चरण में ग्रीन जोन वाले इलाके में कई छूट दी है। इसके बावजूद निर्माण कार्यों में कोई तेजी नहीं आ रही है दरअसल, प्रवासी मजदूरों के लगातार वापस लौटने की वजह से इन सेक्टरों में भारी दिक्कत आ रही है। इसके अलावा मैनुफैक्चरिंग नहीं शुरू हो पाने से माल की ढुलाई में भी तेजी देखने को नहीं मिली है।
लॉकडाउन के तीसरे चरण में सरकार ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में कई तरह की गतिविधियों की इजाजत दी थी। ग्रीन जोन में बस सेवाएं और इंडस्ट्रीज शुरू करने के भी आदेश दिए गए थे। लेकिन कई राज्य कोरोना के संक्रमण के फैलने के डर से छूट देने के लिए राजी नहीं हुई। अब केंद्र सरकार नए निर्देशों में सिर्फ कंटेनमेंट जोन्स के भीतर बैन लागू रख सकती है। उसके बाहर, जरूरी सावधानियों के साथ जनजीवन सामान्य करने की ओर बढ़ा जा सकता है।