नई दिल्ली। कांवड़ यात्रा पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब योगी सरकार कांवड़ संघों से संवाद करने की कोशिशों में जुट गई है। कोरोना महामारी को देखते हुए सीएम योगी ने अफसरों को कांवड़ संघों से बात करने के निर्देश दे दिए है। जिसके बाद राज्य सरकार परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए बातचीत कर रही है। माना जा रहा है कि कांवड़ संघों की सहमति के आधार पर कावड़ यात्रा पर फैसला किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसीएस गृह और डीजीपी को कांवड़ यात्रा के मद्देनजर दूसरे राज्यों से संवाद स्थापित करने के भी निर्देश दिये है। साथ ही आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार का आग्रह स्वीकार किया है, जहां कांवड़ यात्रा को 19 जुलाई को अगली सुनवाई करने की बात कही है।
25 जुलाई से कावड़ यात्रा
कावड़ यात्रा का आयोजन 25 जुलाई से किया जाएगा, जिसे लेकर यूपी सरकार हर स्थिति के हिसाब से तैयारियां करने में लग गई है। कोरोना महमारी को देखते हुए सरकार कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है। इसके लिए भी अधिकारियों को कांवड़ संघों से बातचीत करने के आदेश दिए है। जिससे यात्रा के आयोजन को लेकर सही फैसला लिया जा सके।
सरकार की कोशिश
कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी सरकार की कोशिश है कि धार्मिक भावनाएं भी आहत न हों और महामारी से बचाव भी हो सके। सावन के महीने में प्रत्येक साल होने वाली धार्मिक यात्रा में प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। यात्रा के दौरान भक्तों में भी काफी उत्साह देखा जाता है। हालांकि पिछले साल कावड़ यात्रा का आयोजन नहीं हो पाया था। वहीं अब सरकार की कोशिश है कि इस साल किसी तरह कावड़ यात्रा का आयोजन किया जा सके। कोरोना को देखते हुए सरकार पहले से ही काफी सतर्कता बरत रही है। जिसे लेकर सरकार संघों से लगातार संवाद कर रही है।