नई दिल्ली। पता तो होगा ही आपको कि बीते दिनों मध्य प्रदेश नगर निकाय चुनाव में किस तरह बीजेपी ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों की बखिया उधेड़ कर रख दी थी। जिस तरह सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने बीजेपी के हाथों अपनी दुर्गति करवाई है, उसे हम सभी ने बखूबी देखा था। जिसके बाद एक बार फिर से सियासी गलियारों में कांग्रेस की दुर्गति को लेकर बहस छिड़ गई थी। खैर, 17 जुलाई को घोषित हुए चुनावी नतीजों के बाद आज फिर से मध्य प्रदेश नगर निकाय के चुनाव की घोषणा हुई है, जिसमें जहां एक बार फिर से बीजेपी का डंका बजता हुआ नजर आ रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस की दुर्गति होती हुई नजर आ रही है। बता दें कि दूसरे चरण में नगर निकाय चुनाव की हुई घोषणा में बीजेपी ने 16 में से 9 सीटों पर जीत हासिल की है, तो वहीं कांग्रेस के खाते में पांच सीटें आई हैं। उधर, आम आदमी पार्टी ने भी नगर निकाय चुनाव में हाथ आजमाया है, जिसमें उसे एक सीट पर जीत हासिल हुई है।
हालांकि, इस बीच रीवा से कांग्रेस के लिए एक खुशखबरी सामने आई है। दरअसल, कांग्रेस ने यहां 24 सालों बाद जीत हासिल की है। ऐसे में कांग्रेस में इसे लेकर खुशी की लहर है, लेकिन नगर निकाय चुनाव को व्यापक स्तर पर देखें तो चुनावी नतीजों के आधार पर कांग्रेस को कोई खास सफलता हासिल नहीं हो पाई है। उधर, बात अगर आप के प्रदर्शन की करें, तो यह कहना उचित रहेगा कि शैशव काल की अवस्था में जिस तरह का प्रदर्शन आमआदमी पार्टी ने नगर निकाय चुनाव में किया है, वह पार्टी के लिए उत्साहजनक है। उधर, कई अन्य सीटों पर भी बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है।
वहीं, अगर इससे पहले के चुनावी नतीजों की बात करें, तो बीजेपी ने 11 सीटों में से 7 सीटों पर जीत हासिल की है। इसके साथ ही तीन में कांग्रेस और एक पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की है। पिछले चुनावी नतीजों में बीजेपी ही बढ़त बनाती हुई दिखी और दूसरे चरण के नतीजे भी बीजेपी के बढ़त में होने की ही गवाही दे रहे हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश का नगर निकाय चुनाव आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सैमिफाइनल के रूप में देखा जा रहा है। इस बीच चुनावी नतीजे एक बार फिर यह बयां कर चुके हैं कि बीजेपी के आगे कोई भी टिकने की स्थिति में नहीं है। वहीं, कांग्रेस की बदहाली एक बार फिर से सुर्खियों में आ चुकी है। अब ऐसी स्थिति में कांग्रेस की अपनी दुर्गति से निजात पाने की दिशा में क्या कुछ कदम उठाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। लेकिन, बीजेपी के चुनावी नतीजों ने एक बार फिर से यह साफ कर दिया है कि पार्टी के आगे दूर दूर तक कोई भी टिकने की स्थिति में नहीं है। अब ऐसे में आगामी मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन कैसा रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।