नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच लागू हुए लॉकडाउन के चार चरण के बाद अब अनलॉक-1 में लोगों को राहत मिलती जा रही है। केंद्र सरकार व राज्य सरकारें धीरे-धीरे लोगों के जीवन के सामान्य बनाने के लिए नियमों में छूट दे रही है। ऐसे में अब मध्य प्रदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को इजाजत दी गई है, हालांकि इस इजाजत के साथ कुछ शर्तें भी होंगी।
शर्तों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है तो वहीं यात्रियों की संख्या के साथ सोशल डिस्टेंसिंग पर भी ध्यान दिया गया है। इसके अलावा खुद ऑटो टैक्सी चलाने वालों की तरफ से भी ऐसे में कुछ नए प्रयोग हुए हैं जिससे कोरोना काल में ऑटो की सूरत बदली है। आपको बता दें कि ऑटो और टैक्सी में लोग अब सैनिटाइजर की बोतल और मास्क रखने की सुरक्षित जगह बनाकर रख रहे है।
ड्राइवर और मुसाफिर के बीच एक फ्रेम लगाकर उसे दो भागों में बांटा गया है, ताकि दोनों के बीच सुरक्षित शारीरिक दूरी बनी रहे। सैनिटाइजर का इस्तेमाल यात्री के जाने के बाद सीट को साफ करने के लिए किया जाता है। ऑटो में मास्क भी है यात्री के पास मास्क नहीं है तो वो खरीदकर इसे पहन सकते हैं।
लोग इस तरह से ऑटो को डिजाइन भी करवा रहे हैं, जिसमें लगभग 1000 रुपये का खर्च आ रहा है। इसे डिजाइन करने वाले नीरज गुलाटी कहते हैं इसमें हमने पार्टीशन शीट लगाई, सैनिटाइजर फिक्स किया है अगर फेस मास्क नहीं है तो ड्राइवर दे देता है. मकसद यही था कि वायरस कंट्रोल कर सकें।
बता दें कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 8500 पार पहुंच गया है सिर्फ राजधानी भोपाल की बात करें तो वहां मामले 1800 के करीब पहुंच गए हैं। शहर अनलॉक होने लगे हैं, ऐसे में वायरस को लॉक करने के लिए सावधानी जरूरी है ताकि जान भी बचे जहान भी।