नई दिल्ली। ED ने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ कार्रवाई की है। इस मामले में ईडी द्वारा अनिल देशमुख और उनके परिवार की 4.20 करोड़ की अचल संपत्ति को कुर्क करने की जानकारी मिल रही है।
ED has attached immovable assets worth ₹4.20 Crore belonging to Anil Deshmukh and his family under PMLA in a corruption case.
— ED (@dir_ed) July 16, 2021
एक अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक, ईडी ने ये कार्रवाई भ्रष्टाचार के एक मामले में पीएमएलए के तहत की है। ईडी इस मामले में (मनी लांड्रिंग मामले में) अनिल देशमुख की पत्नी आरती देशमुख से पूछताछ भी करेगा। देशमुख के वकील कमलेश घुमरे का इस मामले पर कहना है कि अनिल देशमुख मानते हैं कि उनके खिलाफ की गई ED की जांच न्यायसंगत नहीं है। ऐसे में वो ईडी के सामने उपस्थित नहीं हो रहे हैं।
Enforcement Directorate (ED) says it has attached immovable assets worth Rs 4.20 crores belonging to former Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh and his family under PMLA in a corruption case pic.twitter.com/iNafh7iI2o
— ANI (@ANI) July 16, 2021
देशमुख के वकील कमलेश घुमरे ने बुधवार को कहा, “जहां तक मेरी जानकारी है, आरती देशमुख एक घरेलू महिला हैं। उनका इस मामले से कोई मतलब नहीं है। ईडी का मामला गिरफ्तार किए जा चुके एक पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के बयान पर आधारित है। जबकि वाझे ने इसी मामले की जांच के लिए बने एक सदस्यीय चांदीवाल आयोग को जो हलफनामा दिया है, वह अलग है। जो बातें उसने सीबीआइ व ईडी को बताई हैं, उससे अलग तथ्य आयोग को सौंपे हैं। अपने हलफनामे में साफ कहा है कि उसने अनिल देशमुख या उनके पीए कुंदन शिंदे को कोई पैसा नहीं दिया है।”