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Jamiat Conference: जमीयत के सम्मेलन के मौलाना महमूद मदनी का फिर भड़काऊ बयान, बोले- जो हमें पसंद नहीं करते वे कहीं चले जाएं, UCC का भी विरोध किया

Jamiyat Conference: महमूद मदनी ने ये भी कहा कि हमारा (मुस्लिमों का) तौर-तरीका अलग है। जिन्हें पसंद न हो, वे कहीं और चले जाएं। मदनी ने ये भी कहा कि हम यहां के हैं और यहीं रहेंगे। जो हमको यहां से भेजना चाहते हैं, वे खुद चले क्यों नहीं जाते। बता दें कि महमूद मदनी ने कल यानी शनिवार को भी सम्मेलन में भाषण देते हुए काफी भड़काऊ बयान दिया था।

देवबंद। उत्तर प्रदेश के देवबंद में ज़मीयत उलमा-ए-हिंद का सम्मलेन चला रहा है। जमीयत उलमा-ए-हिंद के सम्मेलन में दूसरे दिन भी इसके नेता मौलाना महमूद मदनी (Maulana Mehmood Madani) ने एक बार फिर आग उगली है। उन्होंने समान नागरिक संहिता के मसले पर प्रस्ताव लाने के बाद भड़काऊ बयान देते हुए कहा कि शरीयत में दखलंदाजी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महमूद मदनी ने ये भी कहा कि हमारा (मुस्लिमों का) तौर-तरीका अलग है। जिन्हें पसंद न हो, वे कहीं और चले जाएं। मदनी ने ये भी कहा कि हम यहां के हैं और यहीं रहेंगे। जो हमको यहां से भेजना चाहते हैं, वे खुद चले क्यों नहीं जाते। बता दें कि महमूद मदनी ने कल यानी शनिवार को भी सम्मेलन में भाषण देते हुए काफी भड़काऊ बयान दिया था।

आगे महमूद मदनी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर अपनी भड़ास निकलते हुए कहा कि, कानून को भी बन जाए, अगर मुसलमान शरीयत पर चलने की अजम कर ले, तो कोई कानून उसका रास्ता नहीं रोक सकता है। ये मन से बात नहीं कह रहा हूं क्योंकि इसको कह  देंगे जहर उगला है। कानून के खिलाफ बोल रहे है। मैं ये कह रहा हूं कि तलाक लेने का तरीका अगर मुसलमान तैयार हो जाए की वो तलाक नहीं देगा।

आगे वो कहते है कि तुम तो तलाक दे नहीं सकते। तो हम कहते है हां, क्योंकि तुम्हारे कानून के हिसाब से हम तलाक नहीं दे सकते। शरीयत के हिसाब से हम जैसे चाहे सही करके दे सकते है। और अगर दोनों काबूल करेंगे। तो उसका रास्ता कौन रोकेगा। कोई रोक सकता है उसका रास्ता। हमे शरीयत को मजबूती से पकड़ना है।