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मेलानिया ट्रंप आज दिल्ली के नानकपुरा में देखेंगी ‘हैप्पीनेस क्लास’

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में चलने वाली हैप्पीनेस क्लास 45 मिनट की होती है। स्कूल दिवस में यह प्रतिदिन होती है। इसमें नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक के बच्चे शामिल होते हैं।

नई दिल्ली। दो दिनों के दौरे के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने परिवार के साथ भारत आए हुए हैं। वो 24 फरवरी को गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे थे। इस यात्रा के पहले दिन में ट्रंप मोटेरा स्टेडियम में लोगों को संबोधित करने के बाद आगरा गए थे। जहां उन्होंने ताजमहल का दीदार किया।

US President Donald Trump and first lady Melania Trump

डोनाल्ड ट्रंप के साथ भारत दौरे पर आईं उनकी पत्नी और अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप मंगलवार को दिल्ली के नानकपुरा में जाएंगी, जहां वो ‘हैप्पीनेस क्लास’ देखेंगी। मेलानिया ट्रंप मंगलवार को आरके पुरम स्थित सर्वोदय सहशिक्षा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का दौरा करेंगी।

Delhi Sarvoday School

अरविंद केजरीवाल ने खुशी जताई

मेलानिया ट्रंप के दिल्ली के सरकारी स्कूल के दौरे पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुशी जताई है। केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, आज हमारे स्कूल में हैप्पीनेस क्लास में वह भाग लेंगी। हमारे शिक्षकों, छात्रों और दिल्लीवासियों के लिए बहुत अच्छा दिन। सदियों से भारत ने दुनिया को आध्यात्मिकता सिखाई है। मुझे खुशी है कि वह हमारे स्कूल से खुशी का संदेश वापस लेगी।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

मेलानिया के दौरे के चलते यहां कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षाकर्मियों ने स्कूल परिसर के आसपास बैरिकेडिंग कर दी है। इसके अलावा स्कूल के आसपास काफी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं जो चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं। स्कूल के आसपास सफाई करने के साथ ही यहां स्थित पेड़ों पर भी लाल रंग से पुताई की गई है।

Delhi Sarvoday School Happiness School

आखिर क्या है हैप्पीनेस क्लास ?

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में चलने वाली हैप्पीनेस क्लास 45 मिनट की होती है। स्कूल दिवस में यह प्रतिदिन होती है। इसमें नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक के बच्चे शामिल होते हैं। बच्चों को सबसे पहले ध्यान कराया जाता है। किसी तरह की कोई धार्मिक प्रार्थना नहीं होती है। कोई मंत्र नहीं होता है, कोई देवी-देवताओं की पूजा नहीं होती है। केवल अपनी सांसों पर ध्यान दिया जाता है। अपने मन पर ध्यान दिया जाता है। अपने विचारों पर ध्यान दिया जाता है। यह भारत की बहुत पुरानी संस्कृति है।