नई दिल्ली। आज से संसद का विशेष सत्र शुरू हो रहा है। 5 दिन तक चलने वाले विशेष संसद सत्र की शुरुआत पुराने संसद भवन से होगी। कल यानी 19 सितंबर को पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त सभा होगी। जिसमें दोनों सदनों के सांसद रहेंगे। इस कार्यक्रम के बाद नए संसद भवन में कामकाज शुरू होगा। पुराने संसद भवन से नए संसद भवन जाने के बीच सभी सांसदों का पुराने संसद भवन के सामने ग्रुप फोटो लिया जाएगा। पुराने संसद भवन में आजादी के 75 साल, भारत में जी-20 की सफल बैठक वगैरा पर चर्चा होगी।
संसद के इस विशेष सत्र के बारे में सरकार की तरफ से पहले बताया गया था कि 4 बिल भी पेश किए जाएंगे। इन 4 बिल में मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति संबंधी प्रक्रिया का भी बिल है। इस बिल में मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों के नियुक्ति पैनल से सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को सरकार ने हटा दिया है। संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद जोशी ने रविवार को सर्वदलीय बैठक के बाद कहा कि पहले बताए गए 4 बिल के अलावा भी सरकार 2-3 बिल और लाएगी।
VIDEO | “Today, 51 leaders from 34 parties attended the (all-party) meeting. The government has informed about the agenda. Four bills are already listed. There are 8 bills in total,” says Parliamentary Affairs minister @JoshiPralhad after all-party meeting in Delhi, ahead of the… pic.twitter.com/w0Uxr1cSes
— Press Trust of India (@PTI_News) September 17, 2023
सर्वदलीय बैठक में मोदी सरकार ने विपक्षी दलों को ये जानकारी नहीं दी है कि जो 4 बिल पहले पेश करने की जानकारी दी गई थी, उससे अलग क्या बिल लाए जाएंगे। इस पर कांग्रेस ने सवाल खड़ा किया है। चर्चा इसकी है कि मोदी सरकार संसद के विशेष सत्र में गेमचेंजर बिल लाने जा रही है।
#ATCH संसद के विशेष सत्र पर कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा, “हमारी संसदीय परंपरा और प्रक्रिया में कहा गया है कि सदस्यों को विधेयक का मसौदा और सरकारी कामकाज दिखाया जाना चाहिए…जब कोई विशेष सत्र बुलाया जा रहा हो तो सदस्यों को कामकाज के बारे में पहले से बताया जाना… pic.twitter.com/tneH5rMZKO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2023
संसद के विशेष सत्र में विपक्ष की तरफ से अडानी और मणिपुर का मामला भी उठाए जाने के आसार हैं। हालांकि, पहले ही ये जानकारी दी जा चुकी है कि कोई भी सांसद निजी बिल इस विशेष सत्र में नहीं ला सकेगा। साथ ही संसद के विशेष सत्र में प्रश्नकाल भी नहीं होगा। अब सबकी नजर इस पर है कि मोदी सरकार कौन से वो 2-3 बिल लाती है, जिसकी जानकारी अब तक उसने नहीं दी है।