नई दिल्ली। झुलसती गरमी और तपती धूप से देश के तमाम हिस्सों के लोग परेशान हैं। आसमान में कभी कभार बादल आते हैं। थोड़ा बरसते हैं। फिर नीला आसमान और आग फेंकता सूरज दिखने लगता है। उत्तर भारत के तमाम हिस्सों में जानलेवा लू चल रही है। लोग इस टकटकी में हैं कि कब मॉनसून आएगा और इस गर्मी से राहत मिलेगी। तो चलिए। आपके खुश होने का वक्त आ गया है। मॉनसूनी घटाएं घिरने में अब देर नहीं लगने वाली। मौसम विभाग के मुताबिक मॉनसून ने केरल में दस्तक दे दी है। आमतौर पर 1 जून को केरल में मॉनसून आता है। वहीं, बंगाल की तरफ से मॉनसून 15 जून के आसपास दाखिल होता है।
Southwest Monsoon has advanced into remaining parts of south Arabian Sea and some parts of central Arabian Sea, entire Lakshadweep area, most parts of Kerala, most parts of south Tamil Nadu, remaining parts of Comorin area, Gulf of Mannar and some more parts of southwest, central… pic.twitter.com/2mdN41v1zu
— ANI (@ANI) June 8, 2023
मौसम विभाग के मुताबिक आज केरल में मॉनसून दाखिल हो गया है। मॉनसून पूरे केरल और लक्षद्वीप पर छाया है। इसके अलावा तमिलनाडु, कोमोरिन के इलाके, मन्नार की खाड़ी और बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम, मध्य और पूर्वी हिस्सों तक भी पहुंच गया है। एक हफ्ते की देरी से भले ही मॉनसून भारत में दाखिल हुआ, लेकिन इस बार अच्छी बरसात की भविष्यवाणी मौसम विभाग ने पहले ही कर दी है। मौसम विभाग के मुताबिक इस बार 96 फीसदी तक बारिश होगी। इससे किसानों को भी बड़ी राहत मिलने जा रही है। मॉनसून की आस में किसान भी हैं। जो धान और दलहन की खेती करते हैं।
इससे पहले आशंका जताई जा रही थी कि एल नीनो प्रभाव की वजह से मॉनसून के दौरान बारिश काफी कम रहेगी। ये आशंका अब खत्म हो गई है। एल नीनो का प्रभाव ज्यादा नहीं पड़ने वाला है। एल नीनो के दौरान समुद्र के सतह में गरमी बढ़ जाती है। जिसकी वजह से मॉनसून को आगे बढ़ने में दिक्कत होती है। वहीं, एल नीना में समुद्र के पानी के ठंडा या सामान्य तापमान पर होने से मॉनसून को आगे बढ़ने में आसानी होती है।