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Manipur: हिंसाग्रस्त मणिपुर से बड़ी खबर, म्यांमार के 700 से ज्यादा नागरिकों ने बीते दो दिन में की घुसपैठ

मणिपुर में मैतेई लोग पहले से ही आरोप लगाते रहे हैं कि यहां म्यांमार से कुकी जनजाति के लोग घुसपैठ कर पहाड़ी इलाकों पर कब्जा कर रहे हैं। मौजूदा हिंसा भी इन्हीं दोनों समुदायों के बीच चल रही है। म्यांमार के हजारों लोग मिजोरम और मणिपुर में रहते हैं। मणिपुर में करीब 500 किलोमीटर सीमा म्यांमार की है।

इंफाल। मणिपुर में कुकी बनाम मैतेई समुदायों के बीच जारी हिंसा के बीच एक और गंभीर जानकारी सामने आई है। मणिपुर सरकार ने दावा किया है कि पड़ोसी देश म्यांमार के 700 से ज्यादा नागरिकों ने अवैध तरीके से मणिपुर मे प्रवेश किया है। जानकारी के मुताबिक इन लोगों में 301 बच्चे और 208 महिलाएं हैं। कुल लोगों की संख्या 718 है। मणिपुर सरकार ने म्यांमार सीमा की सुरक्षा करने वाले अर्धसैनिक बल असम रायफल्स से पूछा है कि आखिर सीमा पार से ये म्यांमार के लोग अवैध रूप से किस तरह घुसने में सफल रहे। मणिपुर सरकार के मुताबिक उसने चंदेल जिले में घुसे म्यांमार के इन लोगों को तुरंत वापस भेजने के लिए असम रायफल्स से कहा है।

manipur immigrants

मणिपुर सरकार के मुताबिक म्यांमार के लोगों ने अवैध तरीके से बीते शनिवार और रविवार को चंदेल जिले में प्रवेश किया। चंदेल जिले में 7 जगह ये लोग टिके हुए हैं। जिन 7 जगह म्यांमार के अवैध अप्रवासी रह रहे हैं, वो पड़ोसी देश की सीमा के करीब हैं। ये जगह बोन्से, लाजांग, न्यू लाजांग, न्यू समताल, यांगनोम्फाई, यांगनोम्फाई सॉ मिल और एवोमजंग हैं। मणिपुर सरकार ने असम रायफल्स से ये भी कहा है कि वैध वीजा या यात्रा दस्तावेज के बगैर किसी को भी मणिपुर में म्यांमार से घुसने न दिया जाए। मणिपुर सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। इसकी वजह ये है कि राज्य में पहले से ही हिंसा हो रही है।

Manipur Violence

मणिपुर में मैतेई लोग पहले से ही आरोप लगाते रहे हैं कि यहां म्यांमार से कुकी जनजाति के लोग घुसपैठ कर पहाड़ी इलाकों पर कब्जा कर रहे हैं। मौजूदा हिंसा भी इन्हीं दोनों समुदायों के बीच चल रही है। म्यांमार के हजारों लोग मिजोरम और मणिपुर में रहते हैं। मणिपुर में करीब 500 किलोमीटर सीमा म्यांमार की है। इस सीमा पर कोई बाड़बंदी नहीं है। लोग सिर्फ आईडी प्रूफ दिखाकर एक-दूसरे के यहां बिना वीजा के 15 किलोमीटर दूरी तक जा सकते हैं।