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MP: विदिशा में कुएं में गिरे बच्चे को बचाने गए 2 दर्जन लोग, 6 की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

MP: मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ”पूरी ताकत से प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में लगा है. मैंने इसी स्थान को कंट्रोल रूम बना दिया है. लगातार मैं सीधे राहत एवं बचाव कार्य के संपर्क में हूं. बेहतर से बेहतर प्रयास करके हम रेस्क्यू ऑपरेशन चलायेंगे और लोगों को बचाने का भरसक प्रयास करेंगे. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है.

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विदिशा (Vidisha) में गुरुवार शाम को बड़ा हादसा हो गया। यहां लाल पठार गांव में बच्चे को बचाने के लिए गए करीब 30 से अधिक लोग कुंए में जा गिरे। बताया जा रहा है कि जब बड़ी संख्या में लोग बच्चे को कुंए से निकालने के लिए पहुंचे तो वजन बढ़ने की वजह से कुआं धंस गया और वहां मौजूद लगभग 30 से अधिक लोग अंदर जा गिरे। वहीं इस घटना की जानकारी मिलने के बाद एनडीआरएफ (NDRF), एसडीआरएफ (SDRF) और स्थानीय प्रशासन की टीम के रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। अब तक तकरीबन 16 लोगों को कुएं से बाहर निकाला जा चुका है तो वहीं 13 लोगों के लापता होने की जानकारी मिल रही है। इस घटना में 6 लोग जान भी गवा चुके हैं जिनके शवों को बरामद कर लिया गया है।

शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से की बात

इस घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों को बचाव कार्य के लिए रवाना किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री चौहान ने तमाम बड़े अधिकारियों से बातचीत कर उन्हें राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए हैं। इसके अलावा सीएम शिवराज सिंह ने मृतकों के परिवारजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की है।

क्या था पूरा मामला

बताया जा रहा है गंजबासौदा के लाल पठार गांव में शाम 6:00 बजे 14 साल के एक लड़के कुएं में गिरने की सूचना मिली थी। जिस 30 फीट गहरे कुएं में बच्चा गिरा था उसमें करीब 10 से 15 फीट तक पानी था। वहीं जब लोगों को इस घटना की जानकारी मिली तो बड़ी संख्या में लोग बच्चे को बचाने के लिए कुएं के आस-पास पहुंच गए। जब भीड़ बढ़ी तो कुएं को ऊपर लगा सीमेंटेड स्लैब भीड़ के वजन से अचानक टूट गया और कुआं धंस गया। इसके चलते करीब 30 से अधिक लोग कुएं में जा गिरे। कुछ समय बाद जब घटना की जानकारी प्रशासन को लगी तो तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया।

सीएम ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश

इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ”पूरी ताकत से प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में लगा है। मैंने इसी स्थान को कंट्रोल रूम बना दिया है। लगातार मैं सीधे राहत एवं बचाव कार्य के संपर्क में हूं। बेहतर से बेहतर प्रयास करके हम रेस्क्यू ऑपरेशन चलायेंगे और लोगों को बचाने का भरसक प्रयास करेंगे। यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। विश्वास सारंग जी से मैंने कहा कि तत्काल घटनास्थल पर पहुंचें और राहत व बचाव कार्य पर सीधी नजर रखें। मैंने गंजबासौदा घटना की उच्चस्तरीय जांच और पीड़ितों को हरसंभव चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।”