नई दिल्ली। शनिवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में कम से कम 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। इस हमले में कई जवानों के घायल होने की जानकारी है। वहीं इस मामले में अब गृह मंत्रालय पूरी तरह से सख्त नजर आ रहा है। बता दें कि सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने जगदलपुर में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उनके साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहे। वहीं शाम तक अमित शाह ने नक्सल घटना से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित बीजापुर जिले के बासागुड़ा में सीआरपीएफ कैंप पहुंचे और मुठभेड़ में शामिल जवानों से मिलकर संवाद किया। यहां उन्होंने जवानों के साथ खाना भी खाया। उन्होंने कहा कि, “नक्सली हमले में मारे गए जवानों को मैं प्रधानमंत्री, मेरी ओर से और देश की जनता की ओर से भावपूर्ण श्रद्धांजलि देता हूं। उनके बलिदान को देश भुला नहीं सकता। उनके परिवारों के प्रति देश की सहानूभूति है।”
CRPF कैंप पहुंचे अमित शाह ने शहीद हुए जवानों की शहादत का बदला लेने के संकेत भी दिए। उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा कि, “नक्सलवाद को समाप्त करने के उनके साहस व उनकी वीरता को नमन करता हूं और विश्वास से कह सकता हूं कि यह लड़ाई जल्द ही अंजाम तक पहुंचेगी।”
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में CRPF कैंप को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि, “आप ने अपने कुछ साथी ज़रूर गवाएं हैं। आपके साथियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। जिस उद्देश्य के लिए उन्होंने बलिदान दिया है, निश्चित रूप से वह उद्देश्य पूरा होगा और जीत हमारी होगी।” उन्होंने कहा कि, “यह लड़ाई है और इस लड़ाई को हमें अंजाम तक पहुंचाना है। जो हथियार डालकर आना चाहते हैं उनका स्वागत है। लेकिन हाथ में अगर हथियार है तो हमारे पास भी कोई रास्ता नहीं है। कमियों को सुधारने के लिए तुरंत कार्रवाई करेंगे।”