नई दिल्ली। पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों में बीजेपी की बंपर जीत के बाद आज मेघालय और नागालैंड में शपथ ग्रहण समारोह हुआ। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा सहित अन्य नेता शामिल हुए। इस खास मौके पर नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने पांचवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ अन्य नेताओं ने भी शपथ ली। बता दें कि रियो सर्वदलीय सरकार का गठन करेंगे। इससे पहले भी नागालैंड में दो बार सर्वदलीय सरकार बन चुकी है। 72 वर्षीय रियो सर्वदलीय सरकार की अगुवाई करेंगे। उम्मीद है कि अपने कार्यकाल के दौरान वे शांति समझौते पर भी हस्ताक्षर करेंगे। हालांकि, इस दिशा में प्रक्रियाओं का सिलसिला शुरू किया जा चुका है। एनपीपी के सात नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। जिसमें मार्कुइस एन. मारक, रक्कम ए. संगमा, अम्पारेन लिंगदोह, कॉमिंगोन यंबन तथा ए. टी. मोंडल, भाजपा के ए. एल. हेक, यूडीपी के पॉल लिंगदोह तथा किरमेन श्याला और एचएसपीडीपी के शकलियर वर्जरी का नाम शामिल है।
बता दें कि नागालैंड चुनाव में बीजेपी-एनपीपी गठबंधन ने प्रदेश की 60 सीटों मं 37 सीटों पर जीत हासिल की है। गौरतलब है कि नागालैंड में बीजेपी को मिली अभूतपूर्व जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के क्रम में कहा था कि नागालैंड के चुनावी नतीजों ने विपक्षी दलों द्वारा फैलाए प्रोपोगेंडा को ध्वस्त कर दिया है, जिसमें अक्सर यह कहा जाता था कि बीजेपी अल्पसंख्यक विरोधी पार्टी है। उधर, नागालैंड के अलावा मेघालय में भी शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित बीजेपी के अन्य नेता शामिल हुए। समारोह में कॉनराड संगमा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने उन्हें इस खास मौके पर बधाई।
Neiphiu Rio sworn in as Chief Minister of Nagaland for the fifth time
PM Modi, Union Home Minister Amit Shah and Nagaland Governor La Ganesan, BJP President JP Nadda and Assam CM Himanta Biswa Sarma witness the oath-taking ceremony in Kohima pic.twitter.com/e9S2gohQoR
— ANI (@ANI) March 7, 2023
उधर, मेघालय में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा जैसी स्थिति पैदा हुई। सरकार गठन के लिए मेघालय लोकतांत्रिक गठबंधन किया गया। बीते दिनों संगमा के पक्ष में 32 विधायकों का समर्थन राज्यपाल को प्राप्त हुआ था। जिसके बाद प्रदेश में सरकार बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ। बता दें कि यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के 11 विधायकों और पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) के दो विधायकों का भी समर्थन मिल गया। इस तरह से संगमा को कुल 45 विधायकों का समर्थन प्राप्त हुआ और प्रदेश में सरकार बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया। यही नहीं, बीते दिनों संगमा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया था। तो इस तरह से प्रदेश में सरकार ने मूर्त रूप धारण किया। बहरहाल, पूर्वोत्तर के तीनों ही राज्यों में बीजेपी की जीत से पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह अपने चरम पर है। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में प्रदेश की राजनीतिक स्थिति कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।