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PM Modi: DGP सम्मेलन में पीएम मोदी ने भारतीय नौसेना के साहस की तारीफ की, जानें प्रधानमंत्री के संबोधन की मुख्य बातें

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय नौसेना के डीजीपी की तारीफ करते हुए कहा कि, ‘भारतीय नौसेना ने दो दिन पहले बहुत ही साहसीक ऑपरेशन को अंजाम दिया है। अरब सागर में आगे बढ़ रहे एक मर्चेंट सेवर से जैसे ही संकट में होने का संदेश मिला, तो भारतीय नेवी और मरीन कमांडो तेजी से एक्टिव हो गए।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी किसी ना किसी गतिविधि को लेकर सुर्खियों के सैलाब में सराबोर रहते हैं। कभी अपने बयान, तो कभी अपनी आक्रमक शैली, तो कभी तंजिया लहजे को लेकर प्रधानमंत्री के नाम मीडिया में सुर्खियों के बनने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहता है। इस बीच प्रधानमंत्री ने राजधानी जयपुर में दो दिवसीय डीजीपी आईजी सम्मेलन में मुख्तलिफ मसलों पर अपनी राय रखी। जिसमें उन्होंने नौसेना के डीजीपी की जमकर तारीफ की। आखिर उन्होंने नौसेना के डीजीपी की तारीफ के संदर्भ में क्या कुछ कहा है। आइए, आगे रिपोर्ट में हम आपको इसके बारे में तफसील से बताते हैं।

क्या बोले प्रधानमंत्री ?

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय नौसेना के डीजीपी की तारीफ करते हुए कहा कि, ‘भारतीय नौसेना ने दो दिन पहले बहुत ही साहसिक ऑपरेशन को अंजाम दिया है। अरब सागर में आगे बढ़ रहे एक मर्चेंट सेवर से जैसे ही संकट में होने का संदेश मिला, तो भारतीय नेवी और मरीन कमांडो तेजी से एक्टिव हो गए। इस जहाज में 21 लोग थे, जिसमें 15 भारतीय भी शामिल थे। भारत के समुद्री तल से करीब 2 हजार किलोमीटर दूर पहुंचकर भारतीय नौसेना ने उन सबको संकट से बाहर निकाल लिया। आपने भी वो वीडियो देखा होगा, जिसमें उस जहाज के भारतीय कर्मचारी भारत माता के जय के नारे लगा रहे हैं। बता दें कि बीते दिनों एमवी लीला नॉरफॉक को समुद्री लुटेरों ने हाईजैक कर लिया था, जिसमें एक या दो नहीं, बल्कि अनेकों भारतीय सवार थे, जिसे बाद में भारतीय नौसेना ने सुरक्षित बचा लिया।

आदित्य एल-1 पर पीएम मोदी की बड़ी बात 

इसके अलावा भारतीय ने डीजीपी संबोधन में आदित्य एल 1 की सफलता का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा कि धरती से 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय करके अपने लक्ष्य पर निर्धारित समय पर पहुंच चुकी है। यह वह स्थान है, जहां आदित्य एल 1 के स्थान पर सीधे सिर्फ सूरज होगा और आदित्य एल 1 पर पृथ्वी या चंद्रमा की परछाई कभी नहीं पड़ेगी। इससे आदित्य एल -1 को वैज्ञानिक प्रयोग करने में आसानी होगी। यह भारत के वैज्ञानिकों सामार्थ्य का एक और परिचय है, तो इस तरह से कई मुद्दों को लेकर पीएम मोदी ने डीजीपी सम्मेलन में अपनी राय रखी, जिन्हें लेकर सुर्खियों का बाजार गुलजार हो चुका है। अब इस पर आगामी दिनों में इस पर किसकी क्या प्रतिक्रिया सामने आती है। ये देखने वाली बात होगी।