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NIA Action: विदेश में भारत के दूतावासों और उच्चायोगों पर हमले करने वालों की खैर नहीं, एनआईए ने की है आरोपियों की पहचान, अब देश लाकर सजा दिलाने की तैयारी

NIA Action: तमाम अपराधियों को एनआईए ने बीते साल यानी 2023 में जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने में कामयाबी हासिल की है। एनआईए भारत की प्रीमियर जांच एजेंसी है। इस एजेंसी के गठन के बाद से ही भारत के दुश्मनों और आतंकियों के नेटवर्क का सफाया किया जाना शुरू हुआ है।

लंदन में खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग पर धावा बोलकर तोड़फोड़ की थी।

नई दिल्ली। अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों में भारत के दूतावास और उच्चायोगों पर हमले करने में खालिस्तानी आतंकी पिछले साल यानी 2023 में आगे रहे। कई बार भारत के उच्चायोग और दूतावासों को निशाना बनाया गया, लेकिन अब ऐसा करने वालों की खैर नहीं है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में भारतीय दूतावास और उच्चायोगों पर हमला करने वाले 43 लोगों की पहचान कर ली है। जांच एजेंसी ने इन लोगों के बारे में आम जनता से जानकारी हासिल की है। सभी संदिग्धों का पता-ठिकाना एनआईए के हाथ आ गया है। अब ऐसे भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनका प्रत्यर्पण कराने की कोशिश एनआईए करेगी। एनआईए को गृह मंत्रालय ने जून 2023 में भारतीय दूतावासों और उच्चायोगों पर हमले की जांच सौंपी थी।

khalistanis in london

एनआईए के प्रवक्ता की तरफ से जानकारी दी गई है कि कनाडा के ओटावा, लंदन और अमेरिका में भारत के उच्चायोग, दूतावास और वाणिज्य दूतावास पर हमलों के मामले की जांच में जांच एजेंसी ने एक्टिव भूमिका निभाई। इन हमलों को करने वालों के खिलाफ एनआईए ने त्वरित गति से कार्रवाई की है। दूसरे देशों में भारत के दूतावासों, वाणिज्य दूतावास और उच्चायोगों पर हमले की साजिश का पता लगाने और लोगों की पहचान के लिए एनआईए ने 50 से ज्यादा जगह छापे मारे। कई जगह जांच एजेंसी ने तलाशी अभियान भी चलाया। जांच एजेंसी के मुताबिक इन सभी हमलों के मामलों की जांच तेजी से चल रही है। एजेंसी ने भारत में ही साजिश में शामिल होने के शक में 80 संदिग्धों से पूछताछ भी की है। सूत्रों के मुताबिक जल्दी ही एनआईए इन हमलों के मामलों में अपनी कार्रवाई को और तेज करने वाली है। हर एक हमलावर को भारत लाने की सभी संभव कोशिश भी जांच एजेंसी करेगी। ताकि उनको कानून के दायरे में सजा दिलाई जा सके।

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एनआईए भारत की प्रीमियर जांच एजेंसी है। इस एजेंसी के गठन के बाद से ही भारत के दुश्मनों और आतंकियों के नेटवर्क का सफाया किया जाना शुरू हुआ है। एनआईए ने भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई और आईएसआईएस के पुणे और अन्य मॉड्यूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। जांच एजेंसी इसके अलावा राजस्थान में टेलर और अमरावती में दवा विक्रेता की गला रेतकर हत्या की साजिश की भी जांच कर रही है। तमाम अपराधियों को एनआईए ने बीते साल यानी 2023 में जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने में कामयाबी हासिल की है।