नई दिल्ली। देश विरोधी साजिश मामले में प्रतिबंधित माओवादी संगठन पर बड़ी कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आज उत्तर प्रदेश और बिहार में कई स्थानों पर छापेमारी की। एनआईए की टीमों ने यूपी के बलिया जिले में 11 स्थानों और बिहार के कैमूर जिले में एक स्थान पर संदिग्ध व्यक्तियों के परिसरों पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड और मेमोरी कार्ड सहित कई डिजिटल उपकरण तथा प्रतिबंधित नक्सली संगठन के पर्चे समेत कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए।
गौरतलब है कि एनआईए ने पिछले साल 10 नवंबर को बलिया में सीपीआई (माओवादी) के हथियारों, आपत्तिजनक दस्तावेजों की बरामदगी के बाद पांच लोगों की गिरफ्तारी से संबंधित मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी। इसी साल 9 फरवरी को एनआईए ने चार आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र भी दायर किया था। एनआईए की अब तक की जांच के अनुसार, यूपी, बिहार, दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारत में अपनी उपस्थिति को फिर से सक्रिय करने के लिए प्रतिबंधित संगठन प्रयासरत है। सीपीआई (माओवादी) के नेता, कैडर के साथ सहानुभूति रखने वाले ओवर ग्राउंड वर्कर इस क्षेत्र में संगठन को फिर से खड़ा करने के प्रयास में लगे हैं।
इससे पहले एनआईए ने नवंबर 2023 में बिहार में कई स्थानों पर नक्सलियों से जुड़े भड़काऊ पर्चे और साहित्य से जुड़े मामले को लेकर छापेमारी की थी। उस समय जांच एजेंसी ने राजा लाल खरवार, नारद यादव और एक अन्य शख्स को गिरफ्तार किया था। दूसरी छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आज ही सुरक्षाबलों ने तीन नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया। मारे गए नक्सलियों के पास से एक एलएमजी और एक एके-47 राइफल समेत कई हथियार भी मिले हैं। इससे पहले दो अप्रैल को बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के जंगल में 8 घंटे चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 13 नक्सलियों को मार गिराया था।