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Fight Over Pollution: दिल्ली में प्रदूषण पर अब गुजरात के गृहमंत्री ने अरविंद केजरीवाल को घेरा, ‘काले तोते’ के जरिए साधा निशाना

दिल्ली में हर साल ठंड के मौसम में हवा में ऐसा ही भयानक प्रदूषण फैलता है। हर साल दिल्ली सरकार दिवाली के मौके पर पटाखे चलाने पर बैन लगाती है। सरकार कहती है कि पटाखों से प्रदूषण होता है। वहीं, पटाखों पर रोक के बाद भी हवा में जहर घुलता है। जिसकी वजह पंजाब और एनसीआर के कुछ हिस्सों में पराली जलाया जाना है।

अहमदाबाद/नई दिल्ली। दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली और आसपास धुंध की मोटी चादर है। एयर क्वालिटी इंडेक्स AQI 500 के पार है। यानी लोगों के लिए हवा खतरनाक स्तर की है। इस प्रदूषण के मामले में सियासत भी जमकर हो रही है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये तो माना था कि पंजाब में पराली जलने से प्रदूषण हो रहा है, लेकिन साथ ही कहा था कि केंद्र सरकार को कदम उठाने की जरूरत है। अब इस मामले में गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी भी कूद पड़े हैं। उन्होंने एक ट्वीट के जरिए अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।

हर्ष सांघवी ने ट्वीट में तीन तोते दिखाए हैं। इनमें से काले रंग का तोता बाकी दोनों को बता रहा है कि वो कौआ नहीं है। उसकी ये हालत दिल्ली में रहकर हुई है। हर्ष सांघवी ने इस ट्वीट में लिखा है Self Explanatory यानी ये तस्वीर खुद ही हालात बयां करती है। बता दें कि बीजेपी की तरफ से लगातार इस मामले में केजरीवाल और पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार को घेरा जा रहा है। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने वीडियो बयान जारी कर हरियाणा में भी पराली जलाए जाने का मुद्दा उठाया था, लेकिन हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इसके जवाब में वीडियो जारी कर पलटवार किया था। खट्टर ने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया था कि उनके राज्य में पिछले साल के मुकाबले 25 फीसदी कम पराली जल रही है। जबकि, पंजाब में 20 फीसदी ज्यादा पराली इस साल जलाई जा रही है।

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दिल्ली में हर साल ठंड के मौसम में हवा में ऐसा ही भयानक प्रदूषण फैलता है। हर साल दिल्ली सरकार दिवाली के मौके पर पटाखे चलाने पर बैन लगाती है। सरकार कहती है कि पटाखों से प्रदूषण होता है। वहीं, पटाखों पर रोक के बाद भी हवा में जहर घुलता है। जिसकी वजह पंजाब और एनसीआर के कुछ हिस्सों में पराली का जलाया जाना है। इस साल भी पंजाब में अब तक 2000 से ज्यादा जगह पराली जलाए जाने का आंकड़ा इसरो की तरफ से दिया गया है।