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Controversy Over Namaz: अब सपा विधायक ने मांगा नमाज के लिए अलग कमरा, BJP बोली…

Controversy Over Namaz: सपा विधायक का कहना है कि नमाज उनकी आस्था का विषय है। लिहाजा इसे छोड़ा नहीं जा सकता। इस तरह की कठिनाई को देखते हुए उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से एक कमरा देने या अलग से बनवाने की मांग की है। इरफान ने कहा कि एक कमरा बना देने से कुछ भी नहीं होता। उन्होंने कहा कि वो इस विषय पर सियासत नहीं कर रहे हैं। उनके बयान को सियासी चश्मे से नहीं देखना चाहिए।

लखनऊ। झारखंड विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए अलग से कमरा अलॉट करने की खबरों के बाद अब यूपी के कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी ने भी विधानसभा अध्यक्ष से इसी तरह कमरा देने की मांग की है। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को भेजी चिट्ठी में इरफान सोलंकी ने लिखा है कि खासतौर से विधानसभा की कार्यवाही के दौरान नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद जाने में दिक्कत होती है। अगर विधानसभा में ही कमरा मिल जाए तो इस तरह की मुश्किल से मुस्लिम विधायकों को आजादी मिल सकेगी। इरफान सोलंकी का कहना है कि पिछले 15 साल से वह इस तरह की मुश्किल का सामना कर रहे हैं। जब देश के दूसरे राज्यों जैसे छत्तीसगढ़, मुंबई से खबरें आई और मुस्लिम विधायकों को यह सुविधा देने का फैसला किया गया, तो यूपी विधानसभा अध्यक्ष भी इस बारे में फैसला कर सकते हैं। सोलंकी का कहना है कि नमाज का समय पहले से तय होता है। इसी दौरान विधानसभा की कार्यवाही हो, तो बाहर नमाज पढ़ने के बाद फिर लौटकर कार्यवाही में हिस्सा लेना मुश्किल होता है। कई बार विधायक का सवाल भी लगा होता है, लेकिन वह नमाज पढ़कर लौट नहीं पाता और कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले पाता।

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सपा विधायक का कहना है कि नमाज उनकी आस्था का विषय है। लिहाजा इसे छोड़ा नहीं जा सकता। इस तरह की कठिनाई को देखते हुए उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से एक कमरा देने या अलग से बनवाने की मांग की है। इरफान ने कहा कि एक कमरा बना देने से कुछ भी नहीं होता। उन्होंने कहा कि वो इस विषय पर सियासत नहीं कर रहे हैं। उनके बयान को सियासी चश्मे से नहीं देखना चाहिए।

बता दें कि झारखंड विधानसभा में बीजेपी सदस्यों ने नमाज पढ़ने के लिए कमरा आवंटित करने के मुद्दे पर सोमवार को भारी हंगामा किया था। कार्यवाही शुरू होने पहले बीजेपी के विधायक हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए सदन के मुख्य दरवाजे की सीढ़ियों पर बैठ गए थे। उन्होंने हाथ में ‘हरे राम’ लिखी तख्तियां ले रखी थीं। अब इरफान के बयान के बाद यूपी में भी बीजेपी की ओर से विरोध सुनाई देने लगा है। बीजेपी का कहना है कि यह देश के गैर सांप्रदायिक चेहरे पर धब्बा है। बीजेपी ने साफ कहा है कि किसी सूरत में नमाज के लिए अलग कमरा देने की मांग पूरी नहीं होने दी जाएगी।