नई दिल्ली। हाल ही में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना में अग्निपथ योजना को हरी झंडी दिखाई थी। इस योजना के तहत अगर देश का कोई युवा कम समय के लिए आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में जाने की रुचि रखता है उन्हें फायदा मिलेगी। इस अग्निपथ योजना के तहत 4 साल के लिए युवाओं की भर्ती की जाएगी। समय पूरा होने के बाद 75 फीसदी सैनिकों को घर भेज दिया जाएगा जबकि बाकी जवान जो कि कुशल होंगे उन्हें स्थाई पद पर नियुक्त किया जाएगा। हालांकि सरकार की ये योजना उन लोगों के लिए तो बेहतर हैं जो कि कुछ समय के लिए देश की सेवा में अपना योगदान देना चाहते हैं लेकिन देश में कई जगहों पर इस योजना का विरोध भी शुरू हो चुका है। सोशल मीडिया पर इस योजना के खिलाफ चल रहे विरोध-प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियोज भी छाए हुए हैं।
बीते दिन गुरुवार को अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं की भीड़ उग्र हो गई थी। बिहार में सड़कों और रेलवे ट्रैक पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन में आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया। विपक्ष भी केंद्र सरकार की इस अग्निपथ योजना के विरोध में बना हुआ है। जो विपक्षी पार्टी सरकार की इस योजना का विरोध कर रही हैं उनमें कांग्रेस भी शामिल है लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं के तेवर अलग ही देखने को मिल रहे हैं। इन नेताओं में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी का भी नाम शामिल है जो कि सरकार की इस अग्निपथ भर्ती योजना के समर्थन में हैं।
गुरुवार को कांग्रेस नेता एवं सांसद मनीष तिवारी ने अग्निपथ योजना को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अग्निपथ योजना सही दिशा में एक बहुत जरूरी कदम है। सशस्त्र बलों को रोजगार गारंटी कार्यक्रम नहीं होना चाहिए। बता दें, मंगलवार को सरकार ने दशकों पुरानी सेना में चुने जाने की प्रक्रिया में बड़े बदलाव के तहत सेना, नौसेना और वायुसेना में चार साल के अल्पकालिक अनुबंध के आधार पर सैनिकों की भर्ती के लिए योजना को हरी झंडी दी है।
‘हमें इस सुधार की बेहद जरूरत है’
मनीष तिवारी ने कहा, ‘यह एक ऐसा सुधार है जिसकी बहुत जरूरत है और यह सही दिशा में एक सुधार है।’ एक ट्वीट में मनीष तिवारी कहा, ‘मैं अग्निपथ भर्ती प्रक्रिया को लेकर चिंतित युवाओं के साथ सहानुभूति रखता हूं। वास्तविकता यह है कि भारत को अत्याधुनिक हथियारों से लैस प्रौद्योगिकी के लिए युवा सशस्त्र बल की आवश्यकता है।’ इसके आगे उन्होंने कहा, ‘सशस्त्र बलों को रोजगार गारंटी कार्यक्रम नहीं होना चाहिए।’
I do empathise with youth who have concerns over Agnipath recruitment Process.Reality is India needs a younger armed force with lighter human footprint savvy on technology, equipped with state of art weaponry. Armed forces of Union shouldn’t be an employment guarantee programme
— Manish Tewari (@ManishTewari) June 16, 2022
पार्टी के बिलकुल विपरीत है मनीष तिवारी का रुख
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस सरकार की इस योजना मामले में सरकार की जमकर आलोचना कर रही है। पार्टी की तरफ से इस योजना को स्थगित करने की मांग की जा रही है। कांग्रेस का ये कहना है कि विशेषज्ञों और अन्य लोगों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद ही इस बारे में अगला कदम बढ़ाया जाना चाहिए। ऐसे में कांग्रेस नेता एवं सांसद मनीष तिवारी का केंद्र सरकार की योजना का समर्थन करना पार्टी के रुख के विपरीत है।