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Manipur: मणिपुर मुद्दे को लेकर एक्शन में विपक्ष, अब इस दिन हिंसाग्रस्त राज्य का दौरा करेंगे I.N.D.I.A के सांसद

सैंकड़ों लोग इस हिंसा की जद में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं, तो वहीं कई लोग अभी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं, लेकिन बीते दिनों तो हद ही हो गई। कुछ दरिंदों की जमात ने दो महिलाओं को नग्न करकरा मणिपुर की गलियों में घुमाकर हिंदुस्तान की हुकूमत को एक पैगाम दे दिया कि तुम हमारा कुछ नहीं कर पाओगे।

मणिपुर। संकरी गलियों में दाखिल होते ही आपको आग के सैलाब में सराबोर हुआ एक मकान दिखेगा। थोड़ा और आगे जाएंगे तो एक बिलखती हुई मासूम-सी बच्ची दिखेगी और थोड़ा आगे जाएंगे तो आपको कुछ नहीं दिखेगा, क्योंकि अब सबकुछ तबाह हो चुका है। अब सिर्फ चौतरफा कुछ दिखेगा तो वो दिखेगा तबाही का मंजर। यह मंजर किसने बनाया? तो जवाब है, यह मंजर उन दरिंदों ने बनाया जिन्हें हम और आप इंसान कहते हैं। इंसानों की जमात से नहीं देखी गई लोगों की हंसी, लोगों की खुशी, तो इन इंसानों ने उजाड़ दी उनकी दुनिया, तबाह कर दिए उनके सपने, छीन लिए सैकड़ों मासूम बच्ची से उसकी मां, छीन लिए सैकड़ों मासूम बच्ची से उनके पिता, इसलिए वो मासूम- सी बच्ची विलाप करके पूछ रही है, उन दरिंदों से कि मेरा क्या कसूर था कि तुमने मेरी प्यारी-सी दुनिया ही उजाड़ दी। आखिर क्या बिगाड़ा था, मैंने तुम्हारा कि कर दिया तुमने मेरा सबकुछ तबाह, लेकिन लोगों को तबाह करने का खूमार अपने सिर में पाले बैठे इन दानवों को उस बच्ची की इल्तिजा से कोई सरोकार नहीं है।

अब आप सोच रहे होंगे कि ये क्या है, तो हम आपको बता दें कि ये मंजर है मणिपुर का। जिसे हमने अक्षरश: बयां किया है। जी हां…वही मणिपुर जिसे पूरे विश्व में प्राकृतिक सौंदर्यता के लिए ख्याति प्राप्त है, लेकिन अफसोस अब मणिपुर यह ख्याति खो चुका है। प्राकृतिक सौंदर्यता के लिए विख्यात यह राज्य पिछले ढाई माह से हिंसा की आग में झुलस रहा है। सैकड़ों लोग इस हिंसा की जद में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं, तो वहीं कई लोग अभी जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं, लेकिन बीते दिनों तो हद ही हो गई। कुछ दरिंदों की जमात ने दो महिलाओं को नग्न कराकर मणिपुर की गलियों में घुमाकर हिंदुस्तान की हुकूमत को एक पैगाम दे दिया कि तुम हमारा कुछ नहीं कर पाओगे। अगर करना होता, तो तुम अब तक मणिपुर में हिंसा रोक चुके होते। मणिपुर में शांति स्थापित कर चुके होते, लेकिन तुम नहीं कर पाए।

उधर, विपक्ष भी लगातार मणिपुर मसले को लेकर केंद्र सरकार से सवाल कर रही है, लेकिन कोई गुरेज नहीं यह कहने में की अभी तक सरकार की ओर से चर्चा की पहल नहीं की गई है, बल्कि इसके इतर केंद्र की ओर से विपक्ष पर संसद की कार्यवाही में बाधा उत्पन्न करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। अब इसी कड़ी में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने आगामी 29 और 30 जुलाई को मणिपुर जाने का ऐलान किया है। अब ऐसे में देखना होगा कि आगामी दिनों में यह दौरा कैसा रहता है। बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल भी मणिपुर गए थे, लेकिन उन्हें सुरक्षा का हवाला देकर रोक दिया गया था, जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध भी किया था। इसके बाद राहुल गांधी हेलीकॉप्टर से हिंसाग्रस्त राज्य में पीड़ितों के लिए स्थापित किए गए रिलीफ कैंपों में गए। वहां उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की।