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पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ बढ़ रहा अत्याचार, धर्म परिवर्तन कर कराई थी जबरन शादी, कोर्ट ने दी पति संग रहने की इजाजत

रेशमा ने अदालत में बताया कि उसने इस्लाम में जाने के बाद अपना नाम बशीरन रख लिया है। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने उसे अपने पति के साथ घर जाने की इजाजत दे दी है।

नई दिल्ली। सिंध प्रांत के गढ़ि सभ्यो इलाके की रहने वाली रेशमा नाम की एक लड़की से बलूचिस्तान प्रांत में एक मुस्लिम शख्स ने शादी कर ली थी। इस शादी को लेकर रेशमा के माता-पिता का आरोप शख्स ने उनकी बेटी का अपहरण किया है, फिर उसका धर्म परिवर्तन करा दिया। फिलहाल अब  ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने महिला को अपने पति के साथ रहने की इजाजत दी है।

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बता दें कि रेशमा 17 जून से ही लापता थी। उसके घर वाले लापता होने के बाद से ही उसकी तलाश कर रहे थे। उसके अभिभावकों ने शक जताया कि दिल मुराद चंदियो नाम के एक शख्स ने रेशमा का अपहरण किया और उससे शादी करने के लिए जबरन इस्लाम धर्म में परिवर्तन कराया है। रेशमा बागरी समुदाय से संबंध रखती है। वो इसी सप्ताह अपने पति के साथ डेरा अल्लायार में अदालत में पेश हुई। अदालत में उसने कहा कि वह 20 वर्ष से अधिक उम्र की है और उसने चंदियो से अपनी मर्जी के मुताबिक शादी की है।

Reshama

 

रेशमा ने अदालत में बताया कि उसने इस्लाम में जाने के बाद अपना नाम बशीरन रख लिया है। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ने उसे अपने पति के साथ घर जाने की इजाजत दे दी है। रेशमा के अभिभावकों ने जकोबाबाद स्थित सद्दार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। हिंदू लड़कियों के इस्लाम में धर्म परिवर्तन को लेकर हिंदू कम्युनिटी के नेताओं ने इससे पहले लगातार विरोध प्रदर्शन किया है। सिंध प्रांत में ऐसे मामले ज्यादा सामने आए हैं। उनका कहना है कि ज्यादातर मामलों में लड़कियों का अपहरण किया जाता है, फिर उनका धर्म परिवर्तन कर दिया जाता है।