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PM मोदी की जान को खतरे में डालने की ‘साजिश’ में सामने आया पाकिस्तानी कनेक्शन!, इस नाव ने खोले राज, जानिए पूरा माजरा

PM Modi security : अब आप सोच रहे होंगे कि सतलुज नदी में मिले नाव का पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक से क्या कनेक्शन है। तो कनेक्शन यह है कि सतलुज नदी फिरोजपुर से महज चंद दूरी पर स्थित है। ऐसे में जिस दिन पीएम मोदी की रैली को बाधित करने के करतूत को अंजाम दिया गया।

नई दिल्ली। ‘सतलुज नदी’…इस नदी का नाम तो आपने सुना ही होगा पढ़ा भी होगा शायद देखा भी हो। यह नदी पौराणिक से लेकर ऐतिहासिक दृष्टि में काफी मायने रखती है। हिंदू धर्म ग्रंथों में तो इसका खास वर्णन किया गया है। किसी ने किसी मसले को लेकर खबरों की दुनिया में यह नदी सुर्खियों में बनी ही रहती है। अब आप सोच रहे होंगे कि भला सुर्खी, तो हमने पीएम मोदी के संदर्भ में पढ़ी थी और बात यहां सतलुज नदी की हो रही है। आखिर माजरा क्या है। कुछ समझ नहीं रहा है। तो माजरा यह है कि इस सतलुज नदी में पाकिस्तानी नौका मिली है। इस नौका के मौजूदा निशान चीख चीख कर तस्दीक करते हुए नजर आ रहे हैं कि इसके ताल्लुकात पाकिस्तानी सरमजीं से जुड़े हुए हैं। इस नाव का पता सीमा सुरक्षा बल ने खुद लगाया है।

अब आप सोच रहे होंगे कि सतलुज नदी में मिले नाव का पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक से क्या कनेक्शन है। तो कनेक्शन यह है कि सतलुज नदी फिरोजपुर से महज चंद दूरी पर स्थित है। ऐसे में जिस दिन पीएम मोदी की रैली को बाधित करने के करतूत को अंजाम दिया गया, उसके बाद हुई जांच के दौरान सतलुज नदी के पास से बरामद हुई यह पाकिस्तानी नाव बेशुमार सवाल पैदा करती हुई नजर आ रही है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों इन सभी सवालों के जवाब हमें मिलेंगी और नेपथ्य में छुपे अपराधियों का पर्दाफाश भी होगा। हालांकि, अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक,  सतलुज नदी में मिले इस पाकिस्तानी नौका में कौन सवार था। इसकी जानकारी अभी प्राप्त नहीं हो पाई है। लेकिन बीएसएफ समेत अन्य जांच एजेंसियों की तरफ से जांच का सिलसिला शुरू हो चुका है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

ऐसे में यह गंभीर मसला है कि जहां पर पीएम मोदी की रैली को तथाकथित किसानों ने बाधित किया है, उसके चंद दूरी पर पाकिस्तानी नाव भी बरामद हुई। ऐसे में गभीर सवाल है कि आखिर यह पाकिस्तानी नाव यहां आई कैसे। बता दें कि कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक में पाकिस्तानी एंगल निकालते हुए कहा था कि जिस जगह पर तथाकथित किसानों द्वारा पीएम मोदी की प्रस्तावित रैली को बाधित करने का दुस्साहस किया गया था, उस जगह पर भारत और पाकिस्तान की सेना के भारी संख्या तोप रखे जाते हैं। ऐसे में यह कहने में किसी को कोई  गुरेज नहीं होना चाहिए कि पीएम मोदी की जान खरते में थी।

बता दें कि दिल्ली रवाना होने के बाद पीएम मोदी ने तंजिया लहजे में कहा था कि अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि मैं जिंदा लौट आया हूं। बहरहाल, जिस तरह की चूक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई है, उसे गंभीरता से लेते हुए केंद्र समेत पंजाब सरकार की तरफ से जांच कमेटी गठित की गई है। अब ऐसे में आखिर पूरे मसले की क्या हकीकत है। यह जांच के बाद ही मुकम्मल हो पाएगी। फिलहाल इस पूरे ही मसले को लेकर सियासी पारा अपने चरम पर पहंच चुका है। कांग्रेस बीजेपी आमने सामने आ चुकी है। जहां एक तरफ कांग्रेस की तरफ से इसे हल्के में लिया जा रहा है, तो वहीं बीजेपी का सख्त रुख बरकरार है। अब ऐसे में आगे चलकर इस पूरे मसले को लेकर क्या हकीकत सामने आता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।