नई दिल्ली। 2047, ये आपके लिए और हमारे लिए मात्र एक संख्या हो सकती है, लेकिन कोई था, जिसके लिए ये सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि मिशन था, और वो मिशन था साल 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र में तब्दील करने का, लेकिन अफसोस इससे पहले कि इनका मिशन पूरा होता, पुलिस ने इनके सारे किए कराए पर पानी फेर दिया। आपको बता दें कि बीते गुरुवार को राजधानी पटना से अतहर परवेज और मोहम्मद जुलालुद्दीन को धरदबोचा। ये दोनों वही हैं, जो पटना में एनसीजो की आड़ में मुस्लिम युवाओं के जेहन में हिंदुओं के खिलाफ जहर भरकर इन्हें कट्टरता का पाठ पढ़ा रहे थे और इनके जेहन में 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र में तब्दील करने का टारगेट भर रखा था। फिलहाल, इन दोनों को गिरफ्तार किया जा चुका है और मामले की जांच शुरू हो चुकी है, लेकिन जांच के दौरान जिस तरह के खुलासे हो रहे हैं, वो यकीनन होश फाख्ता कर देने वाले हैं।
हम आपको आगे उन सभी हैरान करने वाले खुलासों के बारे में बताएंगे। लेकिन, उससे पहले आप यह जान लीजिए कि पुलिस ने इलयास ताहिर नाम के एक और आरोपी को इस मामले में गिरफ्तार किया है। ताहिर के बारे में पता चला है कि ये गजवा ए हिंद ग्रुप बनाकर पाकिस्तानियों को भी इस मिशन में शामिल कर रहा था। जिससे आप इनके खतरनाक इरादों के बारे में सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं। इस मिशन में अब तक कई पाकिस्तानियों को शामिल किया जा चुका है, जिसकी जांच की जा रही है।
उधर, एसएसपी मनीष कुमार ने कहा कि हमें कई दिनों से पटना में अवैध गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली थी। उन्होंने आगे कहा कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की आड़ में मार्शल आर्ट सिखाने के बाद मुस्लिम युवाओं को हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी। उन्हें कट्टरता का पाठ पढ़ाया जा रहा था। ध्यान रहे कि देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें दो अन्य लोगों को भी शामिल किया गया है। इस खतरनाक मिशन में शामिल होने के लिए दूसरे राज्यों से भी लोग आ रहे थे। वहीं, पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों की बात करें, तो मोहम्मद जलालुद्दीन झारखंड पुलिस के रिटायर्ड दरोगा है। उधर, अतहर परवेज पटना के गांधी मैदान के बम धमाके में आरोपी मंजर का सजा भाई। बहरहाल, गनीतम रही कि इससे पहले कि इन आरोपियों के खतरनाक मंसूबे धरातल पर उतरते है, इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।