रांची। झारखंड में अब एक बड़ी घटना पलामू जिले के पांडू थाना इलाके में सामने आई है। आरोप है कि सोमवार को यहां के मुरुमातू गांव में महादलित मुसहर जाति के लोगों के घरों पर मुस्लिमों की भीड़ ने हमला कर दिया। इस हमले के दौरान मुसहरों के कच्चे घरों और झोपड़ियों को गिराया गया। हमले में करीब डेढ़ दर्जन घर ध्वस्त कर दिए गए। उन्हें जमकर पीटा भी गया। घरों को गिराने और पीटने से ही भीड़ का मन नहीं भरा, तो मुसहरों का सारा सामान दो गाड़ियों में लादकर ले गए और छतरपुर के लोटो गांव के पास जंगल में फेंक दिया। हमले से डरे मुसहर जाति के 50 लोगों ने पांडू थाने में शरण ली है।
पांडू थाने के प्रभारी धुमा किस्कू ने बताया कि मामला जमीन के विवाद का है। उन्होंने बताया कि हमले के बाद मुसहरों ने थाने पर पहुंचकर मौखिक जानकारी दी। मुस्लिमों की भीड़ का निशाना बने मुसहरों के मुताबिक सोमवार को उनके घरों पर अचानक हमला किया गया। इससे वहां भगदड़ मच गई। परिवार के सदस्य बचने के लिए भागने लगे। बच्चे लोटो गांव के जंगल में जाकर छिपे और जान बचाई। घरों को तोड़े जाने से वे सभी बेघर हो गए हैं। ये सभी लोग करीब 40 साल से मुरुमातू में रह रहे थे। मुस्लिमों का कहना है कि इन्होंने मदरसे की जमीन पर कब्जा कर रखा है। जबकि, मुसहरों का कहना है कि ये जमीन जीएम लैंड है। प्रशासन ने सर्वे कराने के बाद उन्हें यहां बसाया था। मुस्लिम इस जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।
यह अस्वीकार्य है !!!
खबर पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश की नहीं बल्कि “पलामू,झारखंड” की है।@DC_Palamu महोदय, मामले का अविलंब संज्ञान लेते हुए परिवारों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए अन्यथा @BJPSCMorcha प्रचंड आंदोलन को बाध्य होगी।@BJP4Jharkhand
https://t.co/PpWMK1HXCt— Amar Kumar Bauri (@amarbauri) August 29, 2022
मुसहरों की बस्ती पर मुस्लिमों की भीड़ के हमले के बादे बीजेपी को झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया। बीजेपी प्रदेश अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष और विधायक अमर बाउरी ने सोरेन सरकार पर तंज कसा और कहा कि झारखंड में दलित और आदिवासी सुरक्षित नहीं हैं। ऐसा लग रहा है कि हमले की ये खबर पाकिस्तान या अफगानिस्तान की है। उन्होंने कहा कि सच्चाई ये है कि झारखंड के पलामू में ये घटना हुई है।