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Aligarh: AMU फिर विवादों में, कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताने पर VC के खिलाफ लगाए विवादित पोस्टर

Aligarh: दरअसल मंसूर ने पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन के बाद एक प्रेस रिलीज जारी की और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी। जिसके बाद यूनिवर्सिटी कैंपस में ‘नफरत’ वाले पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर लगाने वालों ने खुद को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का छात्र बताया है और कल्याण सिंह को बाबरी विध्वंस का दोषी बताया है। कैंपस में ये पोस्टर जगह-जगह लगाए गए हैं। 

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार एएमयू के वाइस चांसलर तारिक मंसूर ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के निधन पर शोक जताया। लेकिन वाइस चांसलर का कल्याण सिंह के निधन पर दुख व्यक्त करना यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों को रास नहीं आया। इतना ही नहीं यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों ने वाइस चांसलर के खिलाफ कैंपस में पोस्टर भी लगाए हैं और पूर्व सीएम के निधन पर शोक व्यक्त करने पर वाइस चांसलर की निंदा भी है। इसके बाद अब यूनिवर्सिटी में नया घमासान शुरू हो गया है। गौरतलब है कि हाल ही में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन हो गया था। कल्याण सिंह की गिनती भाजपा के दिग्गज नेताओं में होती है, वह यूपी के दो बार मुख्यमंत्री भी रहे।

vice chancellor amu

दरअसल मंसूर ने पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन के बाद एक प्रेस रिलीज जारी की और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी। जिसके बाद यूनिवर्सिटी कैंपस में ‘नफरत’ वाले पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर लगाने वालों ने खुद को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का छात्र बताया है और कल्याण सिंह को बाबरी विध्वंस का दोषी बताया है। कैंपस में ये पोस्टर जगह-जगह लगाए गए हैं।

इस पोस्टर में उनके निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की संस्कृति और परंपरा के खिलाफ तक बता डाला। साथ ही कहा गया कि शोक जताकर वाइस चांसलर अली बिरादरी का अपमानित किया है। पोस्टर में पूर्व सीएम को न सिर्फ बाबरी मस्जिद विध्वंस का दोषी बताया है बल्कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवज्ञा का भी दोषी ठहराया है।

AMU Poster

वहीं एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली ने घटना को कुछ बदमाशों की करतूत बताई है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर खाली है और वर्तमान में कोई भी छात्र अंदर नहीं रह रहा है। वसीम अली ने कहा, “हमें विश्वविद्यालय के अंदर दो-तीन जगहों पर ऐसे पोस्टरों के बारे में जानकारी मिली और बाद में उन्हें हटा दिया गया। वीसी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।”